एसएनएमएमसीएच में शारीरिक प्रताड़ना मामले में प्रधान सचिव ने सात दिनों में मांगी रिपोर्ट
एसएनएमएमसीएच के चर्म रोग विभाग में दो सीनियर रेजिडेंट महिला डॉक्टरों के साथ मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना के मामला रांची मुख्यालय तक पहुंच गया है। स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव डॉ. नितिन मदन कुलकर्णी ने इस संबंध में कॉलेज प्राचार्य डॉ शैलेंद्र कुमार को जांच कमेटी गठित करके एक सप्ताह में रिपोर्ट देने को कहा है। सचिव के निर्देश के बाद एसएनएमएमसीएच प्रबंधन ने जांच कमेटी गठित कर दी है।
जागरण संवाददाता, धनबाद : एसएनएमएमसीएच के चर्म रोग विभाग में दो सीनियर रेजिडेंट महिला डॉक्टरों के साथ मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना के मामला रांची मुख्यालय तक पहुंच गया है। स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव डॉ. नितिन मदन कुलकर्णी ने इस संबंध में कॉलेज प्राचार्य डॉ शैलेंद्र कुमार को जांच कमेटी गठित करके एक सप्ताह में रिपोर्ट देने को कहा है। सचिव के निर्देश के बाद एसएनएमएमसीएच प्रबंधन ने जांच कमेटी गठित कर दी है। इस कमेटी का अध्यक्ष स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. प्रतिभा राय को बनाया गया है। वहीं कमेटी में मेडिसिन से डॉ. यूके ओझा, डॉ. पीके सिंह, डॉ. कृष्णा कुमारी आदि हैं। इधर, महिला डॉक्टरों पर मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना का मामला दिनभर चर्चा का विषय रहा। अस्पताल परिसर से लेकर कॉलेज परिसर तक चर्चा होती रही। जानें क्या है मामला
चर्म रोग विभाग की दो सीनियर रेजिडेंट ने विभागाध्यक्ष डॉ. एसके मंडल और मेडिकल अफसर डॉ. मनीष कनौजिया पर मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना का आरोप लगाया है। इस संबंध में पीड़िता ने बताया है कि उनके साथ लगातार दुर्व्यवहार किया जा रहा है। हम लोग अपने काम में कोई ढिलाई नहीं करती हैं, लेकिन दुर्भावना वश एचओडी परेशान करते हैं। बार-बार अपने ओपीडी के कक्ष में बुलाते हैं, सामने बैठाते हैं। उनकी हरकत गलत होती है। जरूरी अवकाश भी नहीं देते हैं। वर्जन
जांच कमेटी बना दी गई है। जांच रिपोर्ट एक सप्ताह के अंदर मुख्यालय भेजी जाएगी। जो भी दोषी होंगे, उन पर विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी। डॉ. शैलेंद्र कुमार, प्राचार्य, एसएनएमएमसीएच। ------------- पैसे मांगने वाले कर्मचारियों पर होगी कार्रवाई, सचिव गंभीर
एसएनएमएमसीएच के एक और मामले को लेकर प्रधान सचिव ने काफी नाराजगी जताई है। कोरोना से मारे गए लोगों को दफनाने के एवज में इमरजेंसी के कर्मचारी पैसे ले रहे हैं। पिछले दिनों धैया के एक 61 वर्षीय मरीज की मौत के बाद अस्पताल के दो कर्मचारियों ने स्वजनों से छह हजार रुपये ठग लिए। जबकि कोरोना से मृत शरीर को प्रशासन की ओर से निश्शुल्क डिस्पोजल किया जाता है। मामले की शिकायत प्रधान सचिव डॉ. नितिन मदन कुलकर्णी तक पहुंच गई। उन्होंने अस्पताल प्रबंधन को कार्रवाई करने को कहा है। बताया जाता है कि कर्मचारी लोगों को बरगला पैसे वसूल रहे हैं। इससे पहले भी कई मृत लोगों के स्वजनों से पैसे लिए गए हैं।