बाघमारा का कोयला नरम, झरिया का गरम, ई-आक्शन में प्रति टन 1500 रुपये तक उछाल
अब 8500 रुपये प्रति टन की दर का कोयला खुले बाजार में 9500 हो जाएगा।
धनबाद, जेएनएन। कोयले के उत्पादन में कमी और मांग में वृद्धि का असर दिखने लगा है। झरिया कोयलांचल की कतरास मोड़ स्थित कोयला मंडी में कोयले की कीमतों में गरमी दिख रही है। ई-आक्शन में प्रति टन 1000 से 1500 रुपये की उछाल आयी है। अब 8500 रुपए प्रति टन की दर का कोयला अब खुले बाजार में 9500 रुपए प्रति टन हो जाएगा। हालांकि बाघमारा क्षेत्र के कोयले की कीमत में बढ़ोत्तरी नहीं दिख रही है। वहां की परियोजनाओं के कोयले का ई-आक्शन फ्लोर रेट पर ही हो रहा है। ऐसा कोयले के धंधे पर सत्ताधारी माफिया के कब्जे के कारण हो रहा है।
एक लाख हजार से ज्यादा के कोयले की लगी बोली : कोल इंडिया की अनुषंगी इकाई बीसीसीएल के केओसीपी, कुइंया, एनटीएसटी, गोधर, साउथ झरिया, निचितपुर, सेंद्रा बासजोड़ा, मोदीडीह, तेतुलमारी, बस्ताकोला कोलियरी के करीब 50 हजार टन से अधिक का ऑफर था। कोयला व्यापारियों के अनुसार इन क्षेत्रों के ई-आक्शन में 1000 से 1500 सौ रुपये प्रति टन ज्यादा की बोली लगी।
बाघमारा के कोयले पर सत्ताधारी माफिया का कब्जा: जबकि बाघमारा की मुराईडीह, शताब्दी, नदखरकी, बेनीडीह, जमुनिया कोलियरी के कोयले के लिए करीब 40 से 50 हजार टन का ऑफर था। इन क्षेत्र के कोयले की बोली फ्लोर रेट से आगे नहीं बढ़ी। बाघमारा क्षेत्र की कोलियरियों के कोयला का आक्शन फ्लोर रेट पर ही हुआ जबकि अन्य कोलियरियों का कोयला करीब 6200 से 6500 रुपए प्रति टन तक गया है। टैक्स आदि लेकर डीओ धारकों को करीब 8900 से लेकर 9100 तक प्रति टन कोयला पड़ेगा। पिछले ऑफर में करीब 7500 से 8100 रुपए थे। खुले बाजार में 8500 रुपए प्रति टन बिक रहा था। दो दिन में नई बिडिंग होने पर पुराने ऑक्शन के कोयले में भी 200 रुपए प्रति टन का उछाल आया है। बाघमारा क्षेत्र में सत्ताधारी माफिया के डर से कोई ऑफर नहीं लगता है। खास लोगों को ही प्रति टन 3000 से 4000 रुपए तक प्रति टन अधिसूचित दर पर ही कोयला मिला। वहीं अन्य कोलियरियों में ई-आक्शन का रेट 3000 से 4000 ज्यादा है।