कोरोना काल के बाद क्रिसमस पर चर्च में जुटे लोग, की प्रार्थना
धनबाद कोरोना संक्रमण के दस माह बाद चर्च में प्रार्थना करने के लिए इसाई समुदाय के साथ-साथ आम लोग भी जुटे। क्रिसमस के अवसर पर शहर के दोनों प्रमुख चर्च संत एंथोनी और संत मैरी में सादगीपूर्ण तरीके से क्रिसमस मनाया गया।
धनबाद : कोरोना संक्रमण के दस माह बाद चर्च में प्रार्थना करने के लिए इसाई समुदाय के साथ-साथ आम लोग भी जुटे। क्रिसमस के अवसर पर शहर के दोनों प्रमुख चर्च संत एंथोनी और संत मैरी में सादगीपूर्ण तरीके से क्रिसमस मनाया गया। सुबह में ही दोनों चर्चो में लोगों को जुटान शुरू हो गया था। संत एंथोनी में जहां पादरी ने प्रार्थना सभा कराई, वहीं संत मैरी में रेवरेंट की देखरेख में प्रार्थना की गई। प्रार्थना के बाद दोनों चर्च में लोगों ने प्रभु यीशु के जन्म से जुड़ी बनाई गई झांकी को देखा।
फादर ज्ञान प्रकाश टोपनो ने अपने संबोधन में कहा कि माता मरियम ने सहर्ष ही स्वर्ग दूत की बातों को मानते हुए परमेश्वर की योजना के प्रति अपनी स्वीकृति दी। परमेश्वर की योजना के अनुसार बालक यीशु की माता बनना स्वीकार किया। वह स्थान जहां माता मरियम ने अपनी स्वीकृति दी, वहीं पर शब्द ने देह धारण किया। वहां ईश्वर ने मनुष्य के साथ संबंध स्थापित किया था। ईश्वर इसी प्रकार उन लोगों के बीच निवास करता है, जो माता मरियम की तरह सरल जीवन जीते हैं। ईश्वर ने अपना निवास स्थान उन लोगों के बीच नहीं बनाया जो बहुत अमीर थे, बल्कि उन लोगों के बीच रहे जो सरल हैं। इसलिए क्रिसमस के मौके पर ईश्वर हमारे बीच में आए हैं तो हमें भी मन से अपने स्वभाव को सरल रखना चाहिए। यही क्रिसमस का सार है।
प्रार्थना के बाद लोगों ने चर्च में कैंडल जलाकर प्रभु के आगमन को याद किया और एक-दूसरे को बधाइयां दी।