Pranab Mukherjee Death: प्रणब दा को ISM में मिली थी डॉक्टर ऑफ साइंस की उपाधि, शोध को बताया था अहम
Pranab Mukherjee Death पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की धनबाद से गहरी यादें जुड़ी हैं। 10 मई 2014 को IIT ISM के 36वें दीक्षांत समारोह में उन्होंने शिरकत की थी।
धनबाद, जेएनएन। Pranab Mukherjee Death पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की धनबाद से गहरी यादें जुड़ी हैं। 10 मई 2014 को आइआइटी आइएसएम के 36वें दीक्षांत समारोह में उन्होंने शिरकत की थी। वे समारोह में बतौर मुख्य अतिथि आए। उनके स्वागत में दो करोड़ की राशि खर्च कर भव्य पंडाल बनाया गया था। इस दौरान प्रणब मुखर्जी को आइआइटी आइएसएम की ओर से डॉक्टर ऑफ साइंस की उपाधि से सम्मानित किया गया था। इस दीक्षांत समारोह का लाइव टेलीकास्ट हुआ था।
20 मिनट के संबोधित में शोध पर दिए थे जोर : आइआइटी आइएसएम का दीक्षांत समारोह 65 मिनट का निर्धारित था। इस मौके पर पूर्व राष्ट्रपति ने 20 मिनट भाषण दिया था। यहां उन्होंने शिक्षा, शोध और उद्योग के विकास को देश के लिए जरूरी बताया था। इस दौरान उन्होंने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा था कि नए-नए विषयों पर शोध होने चाहिए। शोध ऐसा हो जिनका लाभ सभी को मिले। प्रणब ने क्वालिटी एजुकेशन पर भी जोर दिया था। उन्होंने कहा था कि नालंदा, तक्षशिला जैसे विश्वप्रसिद्ध संस्थानों ने विश्व को शिक्षा की राह दिखाई। आज हम विश्व के टॉप 200 शैक्षणिक संस्थान में क्यों नहीं हैं। इस परिस्थिति में उन्होंने बदलाव लाने के लिए विद्यार्थियों को प्रेरित किया था।
84 वर्ष की उम्र में प्रणब मुखर्जी का हुआ निधन: भारत रत्न से सम्मानित पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का सोमवार की शाम को 84 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। उन्हें गत 10 अगस्त को सेना के रिसर्च एंड रेफ्रल हास्पिटल में भर्ती कराया गया था। उसी दिन उनकी ब्रेन सर्जरी हुई। इस दौरान जांच में वह कोरोना पॉजिटि भी पाए गए थे। इसके बाद उनके हालत में सुधार नहीं हुआ। वह कोमा में थे और उनके फेफड़े व किडनी में संक्रमण हो गया था।