'गैंग ऑफ वासेपुर' के चार सदस्यों ने पुलिस को दिया चकमा, भेजे गए जेल Dhanbad News
पुलिस ने जब नाम-पता का सत्यापन किया तो और जानकारी मिली। पुलिस इस बात का पता लगा रही है कि गोपी व बंटी जमुई में क्यों ठहरे थे?
धनबाद, जेएनएन। 'गैंग ऑफ वासेपुर' के गोपी खान, बंटी खान समेत छह लोगों को बिहार के जमुई जिले की पुलिस ने पहचान छिपाकर चकमा देने के मामले में जेल भेज दिया है। वहां पकड़े जाने के बाद सभी ने अपना नाम-पता पुलिस को गलत बताया था। जांच में जब पुलिस को गिरफ्तार लोगों की सच्चाई पता चली तो सभी को अनुमंडलाधिकारी की अदालत में पेश किया गया, जहां से सभी को जमुई जेल भेज दिया गया। गैंग के सदस्यों के साथ जेल भेजे लोगों में जमुई के खड़सारी गांव का रहनेवाला मकान मालिक भी शामिल है। उसी के घर में गैैंग्स के सभी लोग ठहरे थे।
बताते चलें कि पिछले शुक्रवार को जमुई की सदर पुलिस ने संदेह के आधार खड़सारी गांव से आधा दर्जन लोगों को हिरासत में लिया था। पकड़े गए युवकों में जियाउर रहमान उर्फ गोपी और उसका भाई मो. जियाउल हक उर्फ बंटी (वासेपुर), मो. शकील व अनवर अंसारी (वासेपुर, शमशेर नगर) और परवेज अंसारी (वासेपुर) के निवासी हैं। जमुई पुलिस के अनुसार पूछताछ में उन्होंने अपना नाम पता पुलिस को गलत बताया था। पुलिस ने जब नाम-पता का सत्यापन किया तो और जानकारी मिली। पुलिस इस बात का पता लगा रही है कि गोपी व बंटी जमुई में क्यों ठहरे थे। प्रारंभिक पूछताछ में इस बाबत दी गई उनकी जानकारी को भी पुलिस ने संतोषजनक नहीं माना है। इसी कारण सभी को धारा 109 के तहत जेल भेज दिया है।
मालूम हो कि बंटी ने जमुई पुलिस को बयान दिया था कि धनबाद प्रशासन ने उसे तड़ीपार किया है। इस कारण वह चुनाव तक तड़ीपार रहने के लिए जमुई में था। हालांकि उसके साथ उसके भाई गोपी खान व तीन अन्य क्या करने रुके थे। यह स्पष्ट नहीं हो पाया है।