पुलिस ने खुदिया नदी किनारे से जब्त किया 17 टन कोयला
संवाद सहयोगी निरसा गुप्त सूचना के आधार पर सोमवार की अहले सुबह एसडीपीओ विजय कुशवाहा
संवाद सहयोगी, निरसा : गुप्त सूचना के आधार पर सोमवार की अहले सुबह एसडीपीओ विजय कुशवाहा व निरसा थानेदार सुभाष सिंह ने कुहंका स्थित भीटी पंप के समीप खुदिया नदी के किनारे छापेमारी कर बोरियों में भरकर रखा गया लगभग 17 टन कोयला जब्त किया। अंधेरे व जंगल झाड़ी का फायदा उठाकर कोयला तस्कर भागने में सफल रहे। जब्त कोयले को ईसीएल के सेंट्रल पुल रेलवे साइडिग में जमा करवा दिया गया है। इस संबंध में निरसा थाना में कोयला तस्करों पर नामजद प्राथमिकी दर्ज करने की प्रक्रिया चलाई जा रही है। 15 अप्रैल की रात निरसा पुलिस ने इसी स्थान पर छापेमारी कर लगभग पांच टन कोयला, 11 साइकिल, दो मोटर पंप सेट व एक सौ फीट पाइप जब्त किया था। पुलिस ने चार दिन के अंदर सोमवार की सुबह पुन: दूसरी बार छापेमारी कर उक्त स्थान से भारी मात्रा में कोयला जब्त किया है। एसडीपीओ ने गुप्त सूचना पर कार्रवाई की। रात में कोयला चोर पिकअप वैन, मोटरसाइकिल व स्कूटर के माध्यम से उस कोयले को अन्यत्र खपाने की योजना बना रहे थे।
निरसा क्षेत्र से अवैध कोयला उत्खनन कर मोटरसाइकिल, स्कूटर, पिकअप वैन, ट्रैक्टर व टेंपो के माध्यम से निरसा व गोविदपुर थाना क्षेत्र के सीमावर्ती इलाकों में संचालित विभिन्न भट्ठों में खपाया जाता है। पुलिस जब इस ओर छापेमारी शुरु करती है तो कोयला चोर उपरोक्त संसाधनों के माध्यम से कोयले को बराकर नदी पार करवा जामताड़ा में भेजवा देते हैं। कुहंका से लेकर मुगमा तक खुदिया नदी के किनारे सैकड़ों अवैध मुहाने बनाकर कोयला चोर कोयला तस्करी का काम कर रहे हैं। कोयला तस्करी के कारण निरसा क्षेत्र का लाइफ लाइन खुदिया नदी का अस्तित्व समाप्त होता जा रहा है।