पीएम मोदी ने कोलकाता के नेशनल लाइब्रेरी में देखा अतीत का गोमो स्टेशन
पराक्रम दिवस मनाने कोलकाता गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोलकाता के नेशनल लाइब्रेरी में 18 जनवरी 1941 के गोमो जंक्शन को देखा। पीएम जिस नेशनल लाइब्रेरी में नेताजी को नमन करने पहुंचे थे वहां की दीवारों पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस से जुड़ी गतिविधियों को पेंटिग के जरिए लाइब्रेरी की दीवारों पर उकेरा गया था।
तापस बनर्जी, धनबाद : पराक्रम दिवस मनाने कोलकाता गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोलकाता के नेशनल लाइब्रेरी में 18 जनवरी 1941 के गोमो जंक्शन को देखा। पीएम जिस नेशनल लाइब्रेरी में नेताजी को नमन करने पहुंचे थे वहां की दीवारों पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस से जुड़ी गतिविधियों को पेंटिग के जरिए लाइब्रेरी की दीवारों पर उकेरा गया था। पेंटिग के माध्यम से नेताजी सुभाष का जीवन दर्शन कराया गया था। दीवारों पर की गई पेंटिग में अतीत का गोमो जंक्शन और वहां काबुलीवाले की वेशभूषा में पहुंचे नेताजी भी थे। जिस कार से नेताजी कोलकाता से गोमो के लोको बाजार तक पहुंचे थे। वह कार भी थी और गोमो लोको बाजार के अब्दुल्लाह का घर भी। प्रधानमंत्री ने दीवारों पर उकेरी गई पेंटिग को न सिर्फ निहारा बल्कि खुले दिल से सराहना भी की। नेताजी के 125वें जन्मदिन पर नेशनल लाइब्रेरी की पेंटिग को पीएमओ ने ट्विटर पर शेयर भी किया है। पेंटिग काफी पसंद की जा रही है।
भाजपा सरकार ने नेताजी को दिया सही सम्मान : केंद्र की भाजपा सरकार ने नेताजी को वास्तविक सम्मान दिया। नेताजी का जन्म दिवस पराक्रम दिवस के रूप में घोषित कर मोदी सरकार ने ऐतिहासिक कार्य किया है। यह कहना था भाजपा महानगर अध्यक्ष चंद्रशेखर सिंह का। सिंह नया बाजार में नेताजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के बाद कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे।
इस दौरान पूर्व मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल ने कहा कि अब तक गांधी-नेहरू खानदान के लोगों व कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के नाम पर ही यादगार दिवस मनाया जाता था। अब केंद्र सरकार ने सरदार पटेल, नेताजी सुभाषचंद्र बोस के जन्मदिवस को भी यादगार बना दिया है।
प्रतिमा पर माल्यार्पण करनेवालों में भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश महामंत्री रुपेश सिन्हा, प्रदेश प्रवक्ता प्रियंका रंजन, नितिन भट्ट, मानस प्रसून, महानगर अध्यक्ष अमलेश सिंह, रमेश राही, वीरेंद्र हांसदा, तमाल राय, नितिन भट्ट, शिवेंद्र सिंह सोनू, आनंद खंडेलवाल, अवध बिहारी, जयंत चौधरी, पूनम अचित्य, सूरज सिंह, अवधेश साव, सागर रवानी, मनीष सिन्हा, सनी रवानी, बबलू फरीदी, शकील राणा आदि थे।