शक्ति चौक के पास पाइप क्षतिग्रस्त, घरों में घुसा पानी
सोमवार की सुबह झमाडा की पाइप क्षतिग्रस्त हो जाने से तेतुलमारी के कई घरों में पानी घुस गया।
संवाद सहयोगी, तेतुलमारी: सोमवार की सुबह झमाडा की पाइप क्षतिग्रस्त हो जाने से तेतुलमारी के शक्ति चौक के समीप कई घरों में पानी घुस गया। सबसे ज्यादा प्रभावित राजू महतो, जगरनाथ महतो, महावीर महतो रहे। इनलोगों के घरों में रखा कई सामान बर्बाद हो गया। ग्रामीणों ने झमाडा के खिलाफ विरोध जताते हुए नारेबाजी की। उनका कहना था कि झमाडा की व्यवस्था लचर है। आए दिन पाइप लाइन कहीं ना कहीं क्षतिग्रस्त हो जाती है। पानी की बर्बादी तो होती ही है, आमलोग भी परेशान होते हैं। कई जगह पाइप जर्जर हो गई है। किसी तरह मरम्मत कर काम चलाया जा रहा है। चौक के समीप पाइप लाइन का जोड़ है, जिसके क्षतिग्रस्त हो जाने से पानी का प्रेशर काफी तेज हो गया और घरों में प्रवेश कर गया। इसकी जानकारी लोगों ने सुबह झमाडा प्रबंधन को दी, लेकिन अब तक मरम्मत की दिशा में कोई पहल नहीं की गई। निजी स्तर से पाइप लाइन की मरम्मत करवाई गई। इसके बाद घरों से पानी निकाला गया। प्रबंधन को चेतावनी देते हुए कहा कि पाइपलाइन की मरम्मत बेहतर तरीके से कराए और मुआवजा दे अन्यथा ग्रामीण आंदोलन करने को विवश होंगे। आंदोलन में रिकू महतो, राजकुमार रवानी, सुनील महतो, मुकेश महतो, सीताराम बाउरी, राजू महतो, ओम प्रकाश महतो, राम प्रसाद महतो आदि शामिल थे।
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गुहीबांध के समीप जमुनिया जलापूर्ति का पाइप क्षतिग्रस्त
संवाद सहयोगी, कतरास: कतरास- राजगंज मार्ग पर गुहीबांध के समीप छह माह पूर्व जमुनिया जलापूर्ति योजना की पाइप क्षतिग्रस्त हो जाने से बीच सड़क पर गड्ढा बन गया है। उक्त मार्ग पर कई जगहों पर बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं, जिसमें पानी भर जाता है। यहां प्रतिदिन बाइक व साइकिल सवार गिरकर चोटिल हो जाता है। सैकड़ों वाहनों की आवाजाही से गड्ढे का पानी नाली में चला जाता है। उक्त मार्ग के किनारे जमुनिया जलापूर्ति योजना का पाइप गुजरी है जो कई जगहों पर क्षतिग्रस्त हो गई है। इससे स्कूली छात्र- छात्राओं को आने-जाने में काफी परेशानी होती है। क्षतिग्रस्त पाइप से सैकड़ों गैलन पानी सड़कों पर बहकर बर्बाद हो रहा है। यही कारण है कि पंचगढ़ी या सलानपुर बस्ती के लोगों को पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं मिल पाता है। उक्त स्थल से महज थोड़ी दूरी पर नगर निगम कतरास अंचल का कार्यालय है। जहां कई अधिकारी व जन प्रतिनिधि उक्त मार्ग से होकर गुजरते हैं, लेकिन अफसोस की बात है कि किसी ने अभी तक सुध नहीं ली।