दिल्ली से धनबाद लौटने के लिए घर से मंगाए थे पैसे; वेटिंग में मिला टिकट, अब खाने का कर रहे जुगाड़
लॉकडाउन के दौरान दूसरे राज्यों में फंसे लोगों के लिए रेलवे ने स्पेशल ट्रेन के बाद 100 जोड़ी ट्रेनें चलाने का फैसला लिया है। हालांकि इन ट्रेनों वेटिंग टिकट पर यात्रा नहीं कर सकेंगे।
धनबाद, [अजीत कुमार]। एक कहावत है गरीबी में आटा गीला। कुछ ऐसा ही लॉकडाउन में घर से दूर दूसरे प्रदेशों में फंसे लोगों के साथ हो रहा है। वे ट्रेन के टिकट के लिए परेशान हैं। लोग अपने घरों तक या गंतव्य तक पहुंच जाएं इसके लिए सरकार ने स्पेशल ट्रेन चलाने का निर्णय लिया। निर्णय अच्छा है, लेकिन कुछ खामियों के कारण इसमें लोगों को नुकसान और परेशानी भी हो रही है।
वो इसलिए कि छात्र समेत कई लोगों ने ट्रेन के टिकट के लिए इधर-उधर से पैसे का इंतजाम तो कर लिया, लेकिन टिकट कटने के बाद वेटिंग देखकर उनकी परेशानी ज्यों की त्यों है। क्योंकि रिफंड के लिए अब उन्हें कम से कम चार से पांच दिन इंतजार करना होगा या फिर उसे अगले दिन टिकट बुक करना होगा, जिसके लिए अकाउंट में रुपये होने चाहिए, जो कि बाहर फंसे हुए लोगों के लिए खासकर छात्र और मजदूरों के लिए कम ही संभव है।
आइआइएमसी (नई दिल्ली) में पढ़ने वाले छात्र ऋषिकेश शर्मा ने बताया कि दिल्ली जाने के लिए चार दिनों से टिकट के लिए कोशिश कर रहे थे। हर दिन उन्हें वेटिंग टिकट ही मिला। अंत में ऐसा हुआ कि खाने के लिए पैसे नहीं बचे, अब टिकट के रिफंड का इंतजार करना पड़ा। पांच दिनों के बाद पैसा आया। हालांकि, बाद में कोशिश करने के बाद टिकट कटा।
दिल्ली में थे परेशान, घर से पैसे मंगाकर टिकट बुक किया : वहीं, एक छात्र अमित कुमार को दिल्ली से धनबाद आना था। मध्यम वर्ग परिवार से आने के चलते अमित के पास एसी में सफर करने तक के पैसे नहीं थे। हालांकि फिर भी उन्होंने घर से किसी तरह रुपये मंगाए और टिकट बुक किया। टिकट बुक नहीं हुआ और यहां भी वेटिंग की समस्या हो गई। कहा कि दिल्ली में वो अपने एक रिश्तेदार के पास रहते हैं। स्पेशल ट्रेन के चलने से लौटने की उम्मीद जगी लेकिन उससे भी कोई राहत नहीं दिख रही है। अब यह संभव नहीं कि दूसरा टिकट बुक किया जाए, इसलिए अब रिफंड का इंतजार कर रहे हैं। अमित ने कहा कि आइआरसीटीसी इसके लिए व्यवस्था करे कि वेटिंग टिकट को कैंसिल किया जाए अगर दो एक से दो दिन में रिफंड आ जाए ताकि फिर से टिकट काटा जा सके।
- मुझे दिल्ली जाना था। टिकट काटने के चक्कर में चार बार कोशिश की लेकिन टिकट नहीं मिला और पैसा कट गया। पैसा रिटर्न आने में पांच दिन लगा। अभी के समय में आम लोगों को परेशानी हो रही है। -ऋषिकेश शर्मा, छात्र।
- दिल्ली में अपने रिश्तेदार के पास रह रहा हूं। जरूरी काम से घर जाना था इसलिए घर से पैसे मंगाया। टिकट भी काटा ऑनलाइन लेकिन 100 से अधिक वेटिंग में आने के चलते परेशान हूं। जो पैसा था वो भी फंस गया। -अमित कुमार, छात्र।