Dhanbad रेलवे स्टेशन पर पार्किंग ठेकेदार अवैध रूप से कर रहे वसूली; जबरन थमा रहे पार्किंग की पर्ची
धनबाद रेलवे स्टेशन के अंदर ले जाने पर पार्किंग ठेकेदार के गुर्गे यात्रियों से पैसे वसूल रहे है। जबकि रेलवे की ओर से यह साफ है किया गया है कि लेन के थ्रू होकर जाने पर पार्किंग शुल्क नहीं देना। अब इसे क्या बोलेंगे? रंगदारी? गुंंदागर्दी? या फिर?
जागरण संवाददाता, धनबाद: अगर आप धनबाद स्टेशन पर अपनी फैमिली या रिश्तेदार को छोड़ने जा रहे हैं तो बेहतर होगा कि कार बाहर रोककर उन्हें उतार दें और वहां से निकल जाएं।अंदर गए तो पार्किंग के पैसे देने होंगे। नहीं दिया तो पार्किंग ठेकेदार के गुर्गे आपको घेर लेंगे। फिर आपकी फजीहत तय। आरपीएफ और जीआरपी तमाशबीन बनी रहेगी। जब तक पैसे नहीं देंगे आप और आपकी कार बंधक बनी रहेगी। रेलवे ने साफ कर दिया है कि थ्रू लेन से आने-जाने पर शुल्क नहीं वसूला जाएगा। पर ठेकेदार सुनने वाले कहां है।
बुधवार की सुबह शशि पांडेय कार लेकर स्टेशन गए थे। थ्रू लेन से गाड़ी ले जाने पर उन्हें रोका गया और जबरन पार्किंग की पर्ची थमा दी गई। उन्हें तब तक रोका गया जब तक पार्किंग के पैसे मिले। पैसे वसूलने के बाद ही उनकी कार स्टेशन कैंपस से बाहर निकली। ठेकेदार से दादागिरी से नाराज शशि ने रेल मंत्रालय से लेकर जीएम और डीआरएम तक को ट्विटर पर मामले की शिकायत की है। थ्रू लेन से गुजरने के दौरान पार्किंग शुल्क की पर्ची की तस्वीर भी शेयर की है। इसके जवाब में रेलवे की ओर से बताया गया है कि शिकायत दर्ज की गई है। संबंधित विभाग से कार्रवाई को कहा गया है।
धनबाद डीसी से भी की ट्विटर पर शिकायत
स्टेशन पर अवैध वसूली की शिकायत धनबाद के उपायुक्त को भी ट्विटर के जरिए की गई है। कहा है पहले भी कई बार थ्रू लेन में अवैध वसूली की शिकायत की गई है। धनबाद के अन्य लोग भी शिकायत कर चुके हैं। अवैध वसूली बंद कराई जाए।
28 अगस्त को हुई थी कार्रवाई, वसूला गया था 10 हजार जुर्माना
थ्रू लेन से आने-जाने वाले वाहनों से अवैध वसूली के खिलाफ मिली शिकायत के बाद 28 अगस्त को रेलवे ने पार्किंग ठेकेदार जफरुल्लाह कुरैशी पर कार्रवाई की थी। उससे 10 हजार का जुर्माना वसूला गया था। उसे चतावनी भी दी गई थी कि दोबारा अवैध वसूली को न दोहराया जाए। बावजूद यात्रियों से जबरन पैसे वसूले जा रहे हैं।