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PMO के हस्तक्षेप के बावजूद 18 दिन बाद पहुंचा पार्सल, धनबाद और टाटानगर से घूम कर पहुंचा प्रोपलीन Dhanbad News

पार्सल नागपुर से धनबाद के लिए दीक्षाभूमि एक्सप्रेस में बुक हुआ था। गाड़ी 22 मार्च की रात धनबाद पहुंची। पार्सल कर्मियों ने यहां इसे नहीं उतारा।

By MritunjayEdited By: Published: Thu, 16 Apr 2020 07:38 AM (IST)Updated: Thu, 16 Apr 2020 07:38 AM (IST)
PMO के हस्तक्षेप के बावजूद 18 दिन बाद पहुंचा पार्सल, धनबाद और टाटानगर से घूम कर पहुंचा प्रोपलीन Dhanbad News

धनबाद [ बलवंत कुमार ]। रेलवे के काम कभी-कभी चौंकाने वाले होते हैं। ऐसा ही मामला 150 किलो के पार्सल का है। पार्सल अत्यंत जरूरी सामग्री की सूची में शामिल था। इसमें प्रोपलीन (खदानों की सुरक्षा में प्रयुक्त होने वाला पदार्थ) था। यह भूमिगत कोयला खदानों की सुरक्षा के लिए होने वाली रूफ वोल्टिंग में उपयोग किया जाता है। 22 मार्च को नियत समय पर यह धनबाद पहुंचा, पर लापरवाही ऐसी हुई कि इसे रेलकर्मियों ने उतारा ही नहीं। 24 मार्च को पीएमओ में शिकायत की गई। इसके बावजूद 18 दिन बाद 11 अप्रैल को पार्सल धनबाद के महुदा स्टेशन पहुंच सका। 

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दरअसल, यह 20 मार्च को नागपुर से धनबाद के लिए दीक्षाभूमि एक्सप्रेस में बुक हुआ था। गाड़ी 22 मार्च की रात धनबाद पहुंची। पार्सल कर्मियों ने यहां इसे नहीं उतारा। लॉकडाउन के कारण दीक्षाभूमि को वापस भेज दिया गया। झरिया निवासी गोविंद शर्मा ने पार्सल मंगवाया था। वे कोयला खदानों में प्रोपलीन की आपूर्ति करते हैं। जब उन्हें पता चला कि पार्सल यहां नहीं उतरा तो उनके होश फाख्ता हो गए। तब उन्होंने पीएमओ में शिकायत की। वहां से उचित कार्रवाई के निर्देश हुए। इसके बाद उनको संदेश मिला कि पार्सल कल्याण स्टेशन पर उतारा गया है। उसे कारगो एक्सप्रेस ट्रेन से टाटानगर भेजा जा रहा है, वहां से प्राप्त कर सकते हैं।

जमशेदपुर तक लगाई दौड

गोविंद इतने परेशान थे कि सड़क मार्ग से नागपुर जाने को तैयार थे। पास भी बनवा चुके थे। जब संदेश मिला तो नौ अप्रैल को टाटानगर स्टेशन पहुंचे। पता चला कि यहां भी लापरवाही हुई और पार्सल नहीं उतारा गया। वह खडग़पुर होते हुए संकरेल स्टेशन पहुंच गया। इसके बाद गोविंद ने रेल मंत्रालय में शिकायत की। 

वरीय मंडल वाणिज्य प्रबंधक को मिला निर्देश : गोविंद की शिकायत पर रेल मंत्रालय ने वरीय मंडल वाणिज्य प्रबंधक चक्रधरपुर को निर्देश दिया कि पार्सल गंतव्य तक पहुंचाएं। तब चक्रधरपुर रेल मंडल के अधिकारी सक्रिय हुए। और इस तरह 11 अप्रैल को उसे महुदा स्टेशन भेज दिया गया। 

क्षतिपूर्ति के लिए करेंगे दावा

गोविंद का कहना है कि रेलवे की लापरवाही से उनको बहुत परेशानी हुई। रेलवे पर क्षतिपूर्ति का दावा करेंगे। धनबाद रेल मंडल के वरीय मंडल वाणिज्य प्रबंधक अखिलेश कुमार पांडेय ने बताया कि जनता कफ्र्यू के बाद लॉकडाउन हो गया था। इस कारण पार्सल नहीं उतारा जा सका था। 


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