लड़की ने किया प्रेम विवाह तो भड़का आदिवासी समाज, दादा और चाचा को दी यह सजा
ग्रामीणों का कहना है कि गांव के संतोषनी हांसदा की बेटी तीन माह पहले बंगाल के ईंट-भट्ठा में काम करने गई थी। वहां साथ काम रहे दूसरी जाति के लड़के से शादी कर ली। इसकी सूचना मिलते ही ग्रामीणों ने पंचायती कर लड़की के स्वजनों पर दाड़म (जुर्माना) लगा दिया।
संवाद सूत्र, महेशपुर (पाकुड़)। झारखंड के पाकुड़ जिले के भगवानपुर गांव में एक प्रेम विवाह का मामला सामने आने के बाद तनाव है। भगवानपुर के एक गांव में आदिवासी युवती द्वारा अंतरजातीय विवाह किए जाने की सूचना पर गांव वाले आक्रोशित हो उठे। गुस्साए लोगोंं ने सोमवार की शाम लड़की के दादा जतन हेम्ब्रम को बंधक बनाते हुए युवती के चाचा शिबू हेम्ब्रम की जमकर पिटाई कर दी। जिस समय पिटाई हुई उस समय पुलिस माैजूद थी। लेकिन ग्रामीणों के आक्रोश के सामने पुलिस विवश दिखी। महेशपुर के थाना प्रभारी सुनील कुमार रवि, जेएसआइ आनंद पंडित, एएसआइ शिवानंद प्रसाद गांव पहुंचे। वे लोगों को समझाने की कोशिश की।
ग्रामीणों का कहना है कि गांव के संतोषनी हांसदा की बेटी तीन माह पहले बंगाल के ईंट-भट्ठा में काम करने गई थी। वहां साथ काम रहे दूसरी जाति के लड़के से शादी कर ली। इसकी सूचना मिलते ही ग्रामीणों ने पंचायती कर लड़की के स्वजनों पर दाड़म (जुर्माना) लगा दिया। युवती के स्वजनों ने समाज की बात नहीं मानते हुए थाने में शिकायत कर दी। इसके बाद ग्रामीण भड़क उठे और लड़की के दादा जतन हेम्ब्रम को बंधक बनाते हुए उसके चाचा शिबू की पिटाई कर दी।
इधर, मां संतोषनी हांसदा ने पुलिस को बताया कि उनकी लड़की काम करने के लिए बंगाल गई है, लेकिन शादी की जानकारी उन्हें नहीं है। अगर बेटी ने अन्य जाति के लड़के के साथ शादी की होगी तो वह एक दिन गांव जरूर आएगी। उस वक्त जुर्माना दे दिया जाएगा। हालांकि इसके बाद भी ग्रामीणों का गुस्सा शांत नहीं हुआ। वे जुर्माना की मांग पर अड़े रहे।