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Jharkhand Assembly Election 2019: पूर्व कांग्रेसी मंत्री के बेटे ने झारखंड में संभाली AIMIM की कमान, दो दर्जन सीटों पर नजर

सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने झारखंड में अपनी पार्टी की कमान हुबान मल्लिक को साैंप रखा है। विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी का माहाैल बनाने के लिए 24 सितंबर को राजधानी रांची आ चुके हैं।

By MritunjayEdited By: Published: Sat, 26 Oct 2019 05:20 PM (IST)Updated: Sun, 27 Oct 2019 09:20 AM (IST)
Jharkhand Assembly Election 2019: पूर्व कांग्रेसी मंत्री के बेटे ने झारखंड में संभाली AIMIM की कमान, दो दर्जन सीटों पर नजर
Jharkhand Assembly Election 2019: पूर्व कांग्रेसी मंत्री के बेटे ने झारखंड में संभाली AIMIM की कमान, दो दर्जन सीटों पर नजर

धनबाद, जेएनएन। बिहार विधानसभा उप चुनाव के दाैरान किशनगंज सीट से ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन(AIMIM) प्रत्याशी की जीत से झारखंड की राजनीति में भी सनसनाहट है। झारखंड में पांव पसारने की तैयारी में AIMIM के नेताओं और कार्यकर्ताओं में जोश भर गया है। प्रदेश अध्यक्ष हुबान मल्लिक ने दो दर्जन से अधिक सीटों पर प्रत्याशी खड़ा करने की घोषणा की है। साथ ही यह भी दावा किया है कि झारखंड विधानसभा चुनाव का परिणाम आने बाद AIMIM की सफलता को देखकर राजनीतिक पंडित भी चाैंक जाएंगे।

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काैन हैं हुबान मल्लिकः सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने झारखंड में अपनी पार्टी की कमान हुबान मल्लिक को साैंप रखा है। झारखंड विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी का माहाैल बनाने के लिए ओवैसी 24 सितंबर को राजधानी रांची में सभा भी कर चुके हैं। हुबान मल्लिक झारखंड में AIMIM के अध्यक्ष हैं। मल्लिक झारखंड में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पूर्व मंत्री मन्नान मल्लिक के बेटे हैं। कांग्रेसी नेता के बेटे झारखंड में ओवैसी की पार्टी की कमान संभाल रहे हैं। विधानसभा चुनाव की रणनीति तैयार कर रहे हैं।

गठबंधन की कोशिशः प्रदेश अध्यक्ष ओवैसी ने कहा है कि उनकी पार्टी झारखंड में समान विचारधारा वाली पार्टियों के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ना चाहती है। कांग्रेस, झामुमो, झाविमो और वामपंथी पार्टियों से संपर्क साधा जा रहा है। अगर कांग्रेस और झामुमो ने गंभीरता से नहीं लिया तो वामपंथी और छोटी-छोटी पार्टियों से गठबंधन की पुरजोर कोशिश की जाएगी। बात नहीं बनी तो 25 से 35 सीटों पर प्रत्याशी खड़ा करेंगे। दो दर्जन सीटों को चिह्नित किया जा चुका है। इनमें प्रमुख हैं-सिंदरी, जामताड़ा, रांची, कांके, हटिया, महागामा, राजमहल, पाकुड़, लिट्टीपाड़ा, बरहेट, बोरियो, महेशपुर, बरकट्ठा, जमशेदपुर पश्चिम, मधुपुर, देवघर, देवघर, सारठ, गांडेय, लातेहार, सिमरिया, पांकी, हजारीबाग।

पिता के खिलाफ नहीं लड़ेंगे चुनावः हुबान मल्लिक के पिता मन्नान मल्लिक ने कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में 2014 का विधानसभा चुनाव धनबाद से लड़ा है। हालांकि मल्लिक को चुनाव में हार का सामना करना पड़ा। पूर्व मंत्री मल्लिक एक बार फिर धनबाद से कांग्रेस के टिकट के मजबूत दावेदार हैं। खुद कहां से चुनाव लड़ेंगे के सवाल पर हुबान कहते हैं-अभी तय नहीं है। वैसे गांडेय, राजमहल और पाकुड़ से चुनाव लड़ने के लिए कार्यकर्ताओं का प्रस्ताव आ रहा है। पिता के कांग्रेसी होने और खुद ओवैसी की पार्टी के बाबत पूछने पर हुबान खुद सवाल करते हैं-बताइए, इसमें गलत क्या है? फिर जवाब देते हैं-मेरी राजनीति अलग है और  पिता की राजनीति अलग।


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