BCCL: 8 महीने बाद सेंट्रल हॉस्पिटल में ओपीडी शुरू, सरप्राइज ऑर्डर से कोयलकर्मियों में खुशी
BCCL Central Hospital सीएमएस राजेश ठाकुर ने बताया कि अस्पताल में कोविड-19 से संक्रमण से बचाव के खास उपाय किए गए हैं। अस्पताल के वह भवन जो अनुपयोगी थे उन्हीं का पुनरुद्धार कर करके उसे कोविड-19 पिटल वार्ड व आईसीयू वार्ड के लिए दिया गया है।
धनबाद, जेएनएन। BCCL Central Hospital 8 महीने बाद गुरुवार को एक बार फिर केंद्रीय अस्पताल में आउटडोर सेवाएं शुरू कर दी गई। कोरोना संक्रमण रोकने को लगाए गए लॉकडाउन और फिर केंद्रीय अस्पताल को कोविड-19 हॉस्पिटल बनाए जाने के बाद से ही आउटडोर सेवाएं मैनेजमेंट ट्रेनीज हॉस्टल में चल रही थी। बीसीसीएल प्रबंधन की मंजूरी के बाद गुरुवार सुबह चिकित्सकों को निर्देश मिला कि वे ट्रेनीज हॉस्टल के बजाए केंद्रीय अस्पताल पहुंचे। इस सरप्राइज ऑर्डर से कई चिकित्सक आश्चर्यचकित रह गए लेकिन उन्हें खुशी भी हुई।
कोयला मजदूरों के साथ आमजन भी होंगे लाभान्वित
डॉक्टर सुजाता होता के मुताबिक यह अच्छा हुआ कि आज से सभी सेवाएं फिर से सेंट्रल हॉस्पिटल के एक ही बिल्डिंग में शुरू हो रही है। इससे ना सिर्फ चिकित्सकों को सुविधा होगी बल्कि रोगियों की भी सही से जांच की जा सकेगी। लगभग 8 महीने ट्रेनीज हॉस्टल में आउटडोर रहते हुए अधिकांश कागजी कार्यवाही की गई। तमाम उपकरण केंद्रीय अस्पताल में ही रह जाने के कारण रोगियों की जांच सही से नहीं हो पा रही थी। अब सब कुछ ठीक हो जाएगा। इससे न सिर्फ कोयला मजदूर बल्कि आम लोग भी लाभान्वित होंगे।
संक्रमण से बचाव के खास उपाय
सीएमएस राजेश ठाकुर ने बताया कि अस्पताल में कोविड-19 से संक्रमण से बचाव के खास उपाय किए गए हैं। अस्पताल के वह भवन जो अनुपयोगी थे उन्हीं का पुनरुद्धार कर करके उसे कोविड-19 पिटल वार्ड व आईसीयू वार्ड के लिए दिया गया है। कोविड-19 ने पेशेंट्स पिछले रास्ते से ही प्रवेश करेंगे। और उनके आने-जाने के रास्ते व अन्य पेशेंट के रास्ते को अलग करने के लिए बीच के भाग को सील कर दिया गया। रजिस्ट्रेशन काउंटर आगे ले आया गया है। मुख्य द्वार के पास ही वहीं से जनरल पेशेंट्स डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मी इंट्री करेंगे। दोनों में कोई संपर्क नहीं होगा। कर्मचारी पहले ही दोनों के अलग हैं। डॉ ठाकुर ने बताया कि फिलहाल बाहरी रोगियों का इलाज नहीं होगा। अगर किसी खास डॉक्टर से उनका पहले से जा इलाज चल रहा है तभी उन्हें प्रवेश दिया जाएगा। अन्यथा सिर्फ बीसीसीएल कर्मियों का ही इलाज होगा।