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रेल यात्री होशियार! अब जामताड़ा के ठग बेच रहे ई-टिकट, एक गिरफ्तार

आरपीएफ प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि गिरफ्तार युवक पिछले दो साल से अवैध रूप से रेलवे टिकट बनाने के कारोबार में जुटा हुआ था। लेकिन गुप्त सूचना मिलते ही आरपीएफ पदाधिकारी तथा कांस्टेबल की संयुक्त टीम गठित की गई और सेल्फी प्रिंटर एंड स्टूडियो में छापेमारी की।

By MritunjayEdited By: Published: Mon, 22 Feb 2021 11:59 AM (IST)Updated: Mon, 22 Feb 2021 12:01 PM (IST)
रेल यात्री होशियार! अब जामताड़ा के ठग बेच रहे ई-टिकट, एक गिरफ्तार
साइबर अपराध के लिए चर्चित जामताड़ा ( फाइल फोटो)।

जामताड़ा, जेएनएन। देश में ऑनलाइन ठगी का केंद्र बन चुका झारखंड का जामताड़ा जिला, के ठग नए-नए तरीके इजाद करते रहते हैं। इसी क्रम में अब ठगी का नया तरीका सामने आया है। अवैध रूप से रेलवे का ई-टिकट बनाकर रेलवे को चूना लगा रहे हैं। इस मामले में एक को गिरफ्तार कर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। जांच पूरी होने के बाद पूरी तस्वीर साफ होगी। 

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गुप्त सूचना के आधार पर रविवार को जामताड़ा आरपीएफ प्रभारी निरीक्षक मोहम्मद शमीम खान के नेतृत्व में गठित टीम ने करमाटांड़ बाजार स्थित सेल्फी प्रिंटर एंड स्टूडियो में छापेमारी की। जहां फर्जी ई टिकट बनाने के आरोप में करमाटांड़ के सीताकांटा निवासी निजाम अंसारी के बेटा रफाकत अंसारी को गिरफ्तार किया गया। उसकी गिरफ्तारी के बाद उसके दुकान से प्रिंटर, कंप्यूटर समेत रेलवे टिकट बनाने के उपकरण और दस्तावेज आरपीएफ ने जब्त किए।

आरपीएफ प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि गिरफ्तार युवक पिछले दो साल से अवैध रूप से रेलवे टिकट बनाने के कारोबार में जुटा हुआ था। लेकिन गुप्त सूचना मिलते ही आरपीएफ पदाधिकारी तथा कांस्टेबल की संयुक्त टीम गठित की गई और सेल्फी प्रिंटर एंड स्टूडियो में छापेमारी की। छापेमारी के क्रम में 90 हजार रुपये का अवैध ई टिकट बनाने ओर बेचने का साक्ष्य मिला है। बताया कि जब तक ई टिकट बनाने से संबंधित उपकरणों का जांच किया जाएगा उसके बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि युवक कितने दिनों से रेलवे ई टिकट को अवैध बना कर बेचता था। छापेमारी दल में निरीक्षक मदन पासवान, एएसआइ पीके राय समेत कांस्टेबल सुरेश कुमार पारस सिंह आदि शामिल थे।


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