लोदना में रेलवे आवास खाली कराने पहुंचे अधिकारी का भारी विरोध
संस लोदना डीआरएम धनबाद के आदेश पर शुक्रवार को भी रेलवे अधिकारी विनोद कुमार पांडेय
संस, लोदना : डीआरएम धनबाद के आदेश पर शुक्रवार को भी रेलवे अधिकारी विनोद कुमार पांडेय आरपीएफ व लोदना पुलिस के साथ बंद लोदना रेलवे स्टेशन के समीप रेलवे आवास को अतिक्रमण मुक्त कराने पहुंचे। बिना लोगों से बातचीत किए आवासों के दरवाजे तोड़वाने लगे। यह देख लोग आक्रोशित हो गए। लोगों ने कहा कि बिना सूचना के आवासों को तोड़ना गलत है, लेकिन अधिकारी लोगों की नहीं सुन रहे थे। कहा कि अगर अतिक्रमित आवासों को तोड़ने नहीं दिया गया तो जेसीबी मशीन मंगाकर आवासों को तोड़ा जाएगा।
डीवाइएफआइ के नेतृत्व में महिलाओं ने हाथ में झाडू लेकर प्रदर्शन किया। डीआरएम के विरोध में नारेबाजी की। दो घंटे तक रेलवे अधिकारियों व ग्रामीण के बीच हंगामा होता रहा। भारी विरोध के बाद रेलवे अधिकारी को बैरंग वापस लौटना पड़ा। आवास में रहने वाले भरत प्रसाद, गंगा देवी, दीपक पासवान, किशोरी राम आदि ने बताया 17 वर्ष पहले रेलवे लाइन बंद होने के बाद विभाग के लोग आवास से दरवाजा, खिड़की आदि सामान ले गए।
आवासों को खंडहर बनाकर छोड़ दिया। लोगों ने मरम्मत कर उसे रहने लायक बनाया। 17 वर्ष के बाद हमलोगों को बेघर किया जा रहा है। आवास खाली नहीं करेंगे।
मौके पर लाला अली इमाम, प्रजा पासवान, नौशाद अंसारी, अनुज पासवान, सबिता देवी, ललिता देवी, ज्योति देवी, कौशल्या देवी, कोमल कुमारी, गंगा देवी, सोनी देवी, बेबी देवी, छवि देवी आदि थे। विधि व्यवस्था को लेकर लोदना ओपी के पुलिस अधिकारी सुरसंग सांगा थे। डीवाइएफआइ ने लोगों को बेघर करने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।
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महिलाओं के तेवर देख अधिकारी हुए नरम
अतिक्रमण आवास को खाली कराने पहुंचे रेलवे अधिकारी व कर्मी के तेवर पहले काफी गरम थे। क्षेत्र की महिलाओं ने हाथ में झाडू लेकर विरोध किया तो अधिकारी के तेवर नरम पड़े। लोगों से बात करने को आगे आए। कहा कि सभी को घर खाली करने का होली तक का समय दे रहे हैं। होली के बाद आवासों को तोड़ जाएगा। लोगों ने इसे सिरे से नकार दिया। कहा कि जब तक हमलोगों को जेआरडीए की ओर से आवास नहीं मिलता है। आवास को खाली नहीं करेंगे।