एक क्लिक में मिलेगी बीसीसीएल के मुकदमों की स्थिति
बीसीसीएल से जुड़े मुकदमों की स्थिति अब एक क्लिक से जानी जा सकेगी। कंपनी ने ऑनलाइन लीगल केस ट्रैकिंग सिस्टम का मॉड्यूल तैयार किया है। गुरुवार को कार्मिक निदेशक पीवीकेआर मल्लिकार्जुन राव ने इसका उद्घाटन किया। अब कोई भी महाप्रबंधक क्षेत्रीय कार्यालय से मुकदमे से जुड़ा अन्य पक्ष बिना विभाग का चक्कर लगाए स्वयं से ऑनलाइन अपने मुकदमे की स्थिति व उससे जुड़ी अन्य जानकारी प्राप्त कर सकेंगे।
जागरण संवाददाता, धनबाद : बीसीसीएल से जुड़े मुकदमों की स्थिति अब एक क्लिक से जानी जा सकेगी। कंपनी ने ऑनलाइन लीगल केस ट्रैकिंग सिस्टम का मॉड्यूल तैयार किया है। गुरुवार को कार्मिक निदेशक पीवीकेआर मल्लिकार्जुन राव ने इसका उद्घाटन किया। अब कोई भी महाप्रबंधक, क्षेत्रीय कार्यालय से मुकदमे से जुड़ा अन्य पक्ष बिना विभाग का चक्कर लगाए स्वयं से ऑनलाइन अपने मुकदमे की स्थिति व उससे जुड़ी अन्य जानकारी प्राप्त कर सकेंगे।
मॉड्यूल से क्या होगा लाभ : बीसीसीएल में नियोजन, जमीन, मुआवजा, अन्य भुगतान समेत विभिन्न मामलों के सैकड़ों मुकदमे विभिन्न अदालतों में चल रहे हैं। इनकी स्थिति पता करने में संबंधित पक्षों को काफी परेशानी हो रही थी। ऐसे में सभी मुकदमों का डाटा बैंक बनाकर उसे कोल नेट पर अपलोड कर दिया गया है। ट्रैकिग सिस्टम के जरिए इन्हें अपडेट करने की भी व्यवस्था की गई है। अब कोल नेट इस्तेमाल करने वाले कोई भी व्यक्ति अपने आइडी पासवर्ड अथवा केस नंबर के जरिए एक क्लिक पर संबंधित मुकदमे की जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। इससे उन्हें न सिर्फ केस की स्थिति का पता चल सकेगा बल्कि उसकी अगली सुनवाई कब है, अधिवक्ता कौन हैं इत्यादि सारी जानकारी प्राप्त हो जाएगी।
कोल इंडिया में पहली बार: कोल इंडिया में पहली बार किसी अनुषंगी कंपनी ने स्वयं से इस तरह का मॉड्यूल तैयार किया है। सिस्टम विभाग के अभियंताओं ने स्वयं से इसका प्रोग्राम विकसित किया है। इसके लिए बाहर से किसी कंपनी की मदद नहीं ली गई है। न सिर्फ लीगन केस के मामले में यह पहला मॉड्यूल है बल्कि बिना किसी बाहरी कंपनी की मदद लिए स्वयं से तैयार किया गया सॉफ्टवेयर भी इस्तेमाल किया गया है।
मैसेजिग सिस्टम विकसित करने का प्रयास: बीसीसीएल इस मामले में मैसेजिग सिस्टम भी विकसित करने का प्रयास कर रहा है। अधिकारियों के मुताबिक इसके विकसित हो जाने से किसी केस में ऑर्डर पास होते ही संबंधित पक्षों को मैसेज प्राप्त हो जाएगा। उम्मीद जताई जा रही है कि इसी वर्ष इस सिस्टम को भी विकसित कर लिया जाएगा।
आएगी पारदर्शिता : मॉड्यूल का उद्घाटन करते हुए कार्मिक निदेशक पीवीकेआर मल्लिकार्जुन ने कहा कि इस मॉड्यूल के विकसित होने से कंपनी में काफी हद तक पारदर्शिता आएगी। मुकदमे से जुड़ा हर पक्ष कोई भी जानकारी एक क्लिक के जरिए प्राप्त कर सकेगा। इससे कर्मचारियों पर काम का बोझ भी कम होगा।
ये थे उपस्थित : उद्घाटन के अवसर पर कार्मिक व औद्योगिक संबंध महाप्रबंधक एसएन सिन्हा, विधि विभागाध्यक्ष डॉ. केएस सिन्हा, प्रशासन व जनसंपर्क विभागाध्यक्ष सुबोध कुमार सिंह व अन्य अधिकारी उपस्थित थे।