अब बैंक से पांच लाख तक का लोन ले सकेंगे रेल कर्मी, एक फीसद ब्याज में भी छूट
जागरण संवाददाता धनबाद रेलवे कर्मचारियों से जुड़ी अच्छी खबर। अब उन्हें बैंक से एक लाख ज्यादा लोन लेने की अनुमति मिलेगी। कर्मचारियों को मिलने वाले लोन की रकम को चार लाख से बढ़ाकर पांच लाख करने की अनुमति मिल गई है। इसके साथ ही उन्हें ब्याज में भी एक फीसद की छूट मिलेगी।
जागरण संवाददाता, धनबाद : रेलवे कर्मचारियों से जुड़ी अच्छी खबर। अब उन्हें बैंक से एक लाख ज्यादा लोन लेने की अनुमति मिलेगी। कर्मचारियों को मिलने वाले लोन की रकम को चार लाख से बढ़ाकर पांच लाख करने की अनुमति मिल गई है। इसके साथ ही उन्हें ब्याज में भी एक फीसद की छूट मिलेगी। नई व्यवस्था एक सितंबर से लागू होने वाली है। धनबाद के कर्मचारियों को इस सुविधा का लाभ धनबाद रेलवे स्टेशन के पूर्व रेलवे कर्मचारी सहकारी बैंक लिमिटेड में मिलेगा।
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12 से 60 महीने तक का ईएमआइ
बैंक से लोन लेने वाले रेल कर्मियों को लोन चुकाने के लिए 12 महीने से 60 महीने तक के ईएमआइ की सुविधा मिलेगी। कर्मचारी अपनी सुविधा के अनुसार ईएमआइ का चयन कर सकते हैं और उसके मुताबिक लोन की रकम चुका सकते हैं। इससे कर्मचारियों पर लोन की रकम चुकाने का ज्यादा दबाव भी नहीं रहेगा और किस्तों में लोन चुका सकेंगे। इसके साथ ही पहले लोन पर 12 फीसद ब्याज चुकाना पड़ता था। अब एक फीसद कम 11 प्रतिशत ब्याज ही चुकाना होगा। ----
धनबाद रेलवे स्टेशन परिसर के बैंक में भी मिलेगी सुविधा
पूर्व रेलवे कर्मचारी सहकारी बैंक लिमिटेड की 95वीं वार्षिक आमसभा फरवरी में हुई थी। उस दौरान यह सहमति बनी थी कि बैंक से रेल कर्मचारियों को मिलने वाले लोन की रकम चार लाख से बढ़ाकर छह लाख कर दिया जाए। रिजर्व बैंक आफ इंडिया के प्रावधान के अनुसार बैंक के बोर्ड ने यह निर्णय लिया लोन कि रकम पांच लाख तक दी जाएगी। सेंट्रल रजिस्ट्रार ऑफ कोआपरेटिव सोसायटीज की ओर से इससे जुड़े बाइलाज को भी स्वीकृति दी गई। बैंक के धनबाद मंडल के डायरेक्टर और ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन के प्रतिनिधि सोमेन दत्ता, यूनियन के मीडिया प्रभारी एनके खवास और बैंक के ब्रांच मैनेजर अभिक कुमार घोष ने बताया कि एक सितंबर से बैंक के कुछ नियमों में परिवर्तन किया जा रहा है। इस संबंध में बैंक के मुख्यालय कोलकाता से पत्र जारी कर दिया गया है। धनबाद स्टेशन बिल्डिंग में बैंक की शाखा है। वहां भी एक सितंबर से नए नियम लागू होंगे। बैंक में होनेवाले बदलाव से कर्मचारियों को लाभ मिलेगा। ऐसे कर्मचारी जो अपने बच्चों को बाहर पढ़ा रहे हैं या बेटी की शादी विवाह की तैयारी कर रहे हैं। उन्हें काफी राहत मिलेगी।