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पीएचडी में अब आइआइटी धनबाद देगा दो बार प्रवेश का अवसर

आइआइटी आइएसएम धनबाद ने नई शिक्षा नीति को ध्यान में रखते हुए सत्र 2022-23 से छात्रों के लिए कई बदलाव करने की घोषणा की है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 24 Jan 2022 06:46 AM (IST)Updated: Mon, 24 Jan 2022 06:46 AM (IST)
पीएचडी में अब आइआइटी धनबाद देगा दो बार प्रवेश का अवसर
पीएचडी में अब आइआइटी धनबाद देगा दो बार प्रवेश का अवसर

धनबाद : आइआइटी आइएसएम धनबाद ने नई शिक्षा नीति को ध्यान में रखते हुए सत्र 2022-23 से छात्रों के लिए कई बदलाव करने की घोषणा की है। भविष्य में होने वाले शैक्षणिक बदलाव के प्रस्ताव को सीनेट ने मंजूरी दे दी है। नई व्यवस्था के तहत आइआइटी धनबाद में अब तक मानसून सेमेस्टर में ही पीएचडी में नामांकन लिया जाता है। अब मानसून के साथ शीतकालीन सेमेस्टर में भी पीएचडी में नामांकन लिया जाएगा। विटर सेमेस्टर में नेशनल व इंटरनेशनल संस्थानों की ओर से दी गई फेलोशिप के आधार पर पीएचडी का एडमिशन लिया जाएगा। यानी की अब पहले विटर में पीएचडी में नामांकन होगा। इसके बाद मानसून सेमेस्टर में नामांकन लिया जाएगा। चार सीजीपीए से कम रहा तो मिलेगा एक मौका :

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आइआइटी आइएसएम धनबाद ने कमजोर छात्र-छात्राओं के लिए शैक्षणिक प्रबोशन संबंधी यूजी व पीजी मैनुअल में भी बदलाव किया है। इसमें छात्रों को एक और अवसर दिया गया है। पहले कम सीजीपीए आने पर छात्रों को सीधे शैक्षणिक प्रोबेशन में रखा जाता था। अब शैक्षणिक प्रोबेशन से पहले छात्रों को वार्निंग मिलेगी। यूजी में पहली बार चार एसजीपीए से कम व चार सीजीपीए से ज्यादा ग्रेडिग छात्रों को या चार एसजीपीए से ज्यादा व चार सीजीपीए से कम लाने वाले को वार्निंग देते हुए इस कटेगरी में रखा जाएगा। इसके बाद चार सीजीपीए से कम व एसपीपीए से कम रहने पर एकेडमिक प्रोबेशन में रखा जाएगा।इसके बाद भी यदि प्रदर्शन खराब रहा तो उन्हें प्रोबेशन में डाला जाएगा और अंत में निष्कासन की प्रक्रिया की जाएगी। इस संबंध में निर्देश जारी कर दिया गया है। छात्रों के अभिभावकों को भी प्रोबेशन में रहने की सूचना दी जाएगी। वहीं दूसरी ओर पीजी में न्यूनतम पांच सीजीपीए व एसपीजीए का प्रावधान है। डीई व ओई कोर्स की कर सकते हैं पढ़ाई :

आइआइटी आइएसएम धनबाद के छात्र-छात्राओं के लिए अच्छी खबर है। अब डिपार्टमेंटल इलेक्टिव (डीई) और ओपेन इलेक्टिव (ओई) के लिए दो अलग-अलग ग्रुप बनेगा। एक ग्रुप में डीई व दूसरे ग्रुप में ओई से संबंधित विषय होंगे। यूजी छात्र-छात्राएं डीई पीजी कोर्स की पढ़ाई कर सकते हैं। छात्र-छात्राएं दूसरे ब्रांच से संबंधित ओपेन इलेक्टिव कोर्स की पढ़ाई कर सकते हैं। यह सत्र 2022-23 मानसून सत्र से लागू होगा। अब कम छात्रों में भी होगी इलेक्टिव पेपर की पढ़ाई :

आइआइटी आइएसएम धनबाद ने इलेक्टिव पेपर कोर्स की पढ़ाई शुरू करने के लिए न्यूनतम छात्र-छात्राओं की संख्या घटा दी है। यूजी में पहले 20 छात्र-छात्राएं होने पर एक इलेक्टिव पेपर की पढ़ाई होती थी। अब उसे घटाकर 10 छात्र कर दिया गया है। छात्रों की अधिकतम संख्या 100 या जरूरत के अनुसार हो सकती है। वहीं पीजी में पूर्व में न्यूनतम छात्र संख्या 10 निर्धारित थी। उसे घटाकर अब पांच कर दिया गया है। बीटेक छात्र अब किसी भी सेमेस्टर में कर सकेंगे मैनेजमेंट व एचएसएस की पढ़ाई :

आइआइटी आइएसएम धनबाद के यूजी छात्रों को पांचवें व छठे सेमेस्टर में एक पेपर प्रबंधन अध्ययन और मानविकी व सामाजिक विज्ञान (एचएसएस) के पाठ्यक्रमों की पढ़ाई अनिवार्य रूप से करनी होती थी। प्रबंधन ने बदलाव करते हुए अब एचएसएस व प्रबंधन अध्ययन के उक्त पेपर को ओपेन इलेक्टिव बना दिया है। अब छात्र-छात्राएं बीटेक के कोर्स में किसी भी सेमेस्टर में उक्त पेपर की पढ़ाई कर सकते हैं। पहले सेमेस्टर बाद ही मिल जाएगा गाइड :

नई व्यवस्था में एमटेक छात्रों पर शोध पत्र प्रकाशित करने पर जोर दिया गया है। पहले समेस्टर का परिणाम जारी होने के बाद ही गाइड आवंटित होगा। पहले तीसरे सेमेस्टर में जाने के बाद छात्रों को गाइड मिलता था। सेकेंड सेमेस्टर और गर्मी की छुट्टी में ही छात्रों को साहित्य सर्वेक्षण और समस्या विवरण तैयार करने का काम शुरू कर देना होगा। वहीं तीसरे और चौथे समेस्टर तक अनुसंधान प्रस्ताव, प्रस्तावित कार्य और पेपर लेखन पूरा हो जाएगा।


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