अब डिजिटल गुरु छात्रों को बाटेंगे ज्ञान
छात्रों का टेस्ट लेने व उनकी समस्याओं का समाधान भी इन कक्षाओं में संभव है। इसी वित्तीय वर्ष में इसे कक्षा नौ और दस में प्रारंभ करने की योजना है।
अविनाश कुमार सिंह, गोड्डा। पड़ोसी राज्य बिहार के बाका जिले की उन्नयन कक्षा का अनुकरण गोड्डा करेगा। इसमें डिजिटल गुरु यानी एलसीडी स्क्रीन बच्चों को शिक्षा देगी। इससे ऐसे विद्यालय के बच्चों को लाभ होगा, जहां शिक्षकों की संख्या कम है। इस कक्षा में विद्यार्थियों को डिजिटल गुरु शिक्षा देंगे। हाल में जिले के दौरे पर आए केंद्रीय उद्योग मंत्रालय के संयुक्त सचिव डॉ. डीएस गंगवार ने उन्नयन कक्षा के बारे में बताकर इसके अनुकरण की बात कही थी।
बाका जिले में शिक्षकों की कमी व बच्चों का ड्राप आउट रोकने के लिए बाका उपायुक्त ने आइआइटी मुंबई के सहयोग से एक सॉफ्टवेयर विकसित कराया था। इसके माध्यम से बच्चों का पठन-पाठन संभव है। सॉफ्टवेयर आधारित कक्षा को ही उन्नयन कक्षा का नाम दिया गया है। मालूम हो कि जिले में शिक्षकों के कुल स्वीकृत पद में से 30 फीसद पद रिक्त हैं। इसलिए ऐसी कक्षाएं बेहद महत्वपूर्ण होंगी। उन्नयन कक्षा में यूं होती है पढ़ाई उन्नयन कक्षा में एलसीडी के माध्यम से पढ़ाई की जाती है। इसमें ऑनलाइन पठन सामग्री लेकर बच्चों को जानकारिया दी जातीं हैं।
विभिन्न विषयों के प्रकरणों की क्लिप के आधार पर बच्चों को बताया जाता है। छात्रों का टेस्ट लेने व उनकी समस्याओं का समाधान भी इन कक्षाओं में संभव है। इसी वित्तीय वर्ष में इसे कक्षा नौ और दस में प्रारंभ करने की योजना है। उपायुक्त ने बाका जाकर किया उन्नयन कक्षाओं का मुआयना उपायुक्त किरण कुमारी पासी के नेतृत्व में जिला टीम ने हाल में बिहार के बाका जिले का दौरा कर उन्नयन कक्षाओं का जायजा लिया था। बाका उपायुक्त कुंदन कुमार से पूरी योजना की जानकारी ली। जिले के दस विद्यालयों की पहचान कर इसे शुरू करने की तैयारी है।
पड़ोसी जिले बाका में डिजिटल क्लास के माध्यम से पठन-पाठन हो रहा है। इसके लिए विशेष सॉफ्टवेयर तैयार किया गया है। हमारा जिला भी उन्नयन कक्षा शुरू करने को कदम बढ़ा चुका है। शिक्षकों की कमी से प्रभावित हो रही पठन-पाठन व्यवस्था सुधरेगी।
- किरण कुमारी पासी, उपायुक्त गोड्डा