Coal India: अब हर दो महीने में कोयले के रेट तय किए जाएंगे, जानिए नेशनल कोल इंडेक्स की प्रक्रिया
कोयले की दरों का आंकड़ा कोल कंट्रोलर ऑर्गनाइजेशन करेगा। यह कोल प्राइस के सभी स्रोतों से संकलित किया जाएगा। यह इंडियन स्टैटिस्टिकल इंस्टीच्यूट की कार्यप्रणाली के अनुरूप होगा।
धनबाद, जेएनएन। कोल कंट्रोलर ऑर्गनाइजेशन (सीसीओ) कोयले की सभी प्रकार की दरों पर नजर रखेगा। उसे सूचीबद्ध करेगा, जिसके आधार पर केंद्र सरकार नेशनल कोल इंडेक्स (एनसीआइ) बनाएगी। एनसीआइ का प्रकाशन प्रत्येक दो माह पर किया जाएगा। इसके अनुसार कोयला मंत्रालय एनसीआइ के डाटा के अनुसार कोयले की दरों की समीक्षा करेगी। सरकार के अवर सचिव ने सरकार के निर्णय एवं इसकी प्रक्रियाओं के बारे में कोल कंट्रोलर को पत्र लिख कर इसकी जानकारी दी है।
बनाया गया एसओपी
नेशनल कोल इंडेक्स के लिए एक स्टैैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीड्योर (एसओपी) तैयार किया गया है। इसमें एनसीआइ के लिए डाटा एकत्रित करने से लेकर उसके प्रकाशन तक की तिथियां निर्धारित की गई हैैं। तदनुसार प्रत्येक दूसरे महीने की अंतिम तिथि को एनसीआइ का प्रकाशन होगा। इस दिन छुट्टïी रहने पर महीने के अंतिम कार्यदिवस पर इसका प्रकाशन किया जाएगा।
आइएसआइ के मानकों के अनुरूप होगा डाटा संकलन
मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि कोयले की दरों का आंकड़ा कोल कंट्रोलर ऑर्गनाइजेशन करेगा। यह कोल प्राइस के सभी स्रोतों से संकलित किया जाएगा। यह इंडियन स्टैटिस्टिकल इंस्टीच्यूट की कार्यप्रणाली के अनुरूप होगा। इसे प्रत्येक दूसरे महीने के 25 तारीख तक कर लेना है। अवकाश होने पर इससे पूर्व के आखिरी कार्यदिवस पर इसे पूरा करना होगा। सीसीओ तमाम स्रोतों के कोल प्राइस मूवमेंट पर एक डिटेल टेक्निकल नोट (नोट) भी तैयार करेगा। डीटीएन के साथ ही बेसिक प्राइस डाटा जिसके आधार पर एनसीआइ तैयार किया गया है भी मंत्रालय को भेजा जाएगा। कोल कंट्रोलर द्वारा संकलित डाटा का मंत्रालय के डीडीजी सत्यापन करेंगे। कोयला सचिव की सहमति के बाद हर दूसरे महीने की आखिरी तारीख को इसका प्रकाशन होगा।