जीएसटी के बाद भी बाज नहीं आ रहे कर चुराने वाले व्यवसायी, 19 का रजिस्ट्रेशन रद
धनबाद में इनपुट टैक्स क्रेडिट के नाम पर चल रहे फर्जीवाड़ा की शिकायत मिलने के बाद जीएसटी रजिस्ट्रेशन की जांच शुरू की गयी। पांच साै से ज्यादा कंपनियों का स्पॉट वेरिफिकेशन किया गया।
धनबाद, जेएनएन।व्यवसाय मेंं कर चोरी रोकने के लिए जीएसटी लागू किया गया। लेकिन, कुछ व्यवसायी अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे हैं। इसका खुलासा धनबाद में हुआ है। ये व्यवसायी जीएसटी में फर्जी रजिस्ट्रेशन करा कर इनपुट क्रेडिट टैक्स का बेजा लाभ ले रहे थे। ऐसी 32 कंपनियां चिह्नित की गई है। इनमें 19 कंपनियों का रजिस्ट्रेशन रद्द किया गया है. शेष के रजिस्ट्रेशन रद्द करने की कार्रवाई जारी है।
धनबाद में इनपुट टैक्स क्रेडिट के नाम पर चल रहे फर्जीवाड़ा की शिकायत मिलने के बाद जीएसटी रजिस्ट्रेशन की जांच शुरू की गयी। पांच साै से ज्यादा कंपनियों का स्पॉट वेरिफिकेशन किया गया। धनबाद, गोविंदपुर, बलियापुर, बरवाअड्डा व झरिया में 32 कंपनियों के न तो फर्म मिले और न प्रतिष्ठान।जांच में कई और मामले सामने आने की उम्मीद है। वैसे डीलरों की जांच की जा रही है, जिन्होंने जुलाई 2017 के बाद ऑन लाइन रजिस्ट्रेशन लिया है।धनबाद नगर अंचल के वाणिज्यकर उपायुक्त गाैरीशंकर कमरदार के मुताबिक इनपुट टैक्स क्रेडिट में फर्जीवाड़ा की जांच की जा रही है। वेरिफिकेशन के दाैरान जिनका फर्म और प्रतिष्ठान नहीं मिल रहा है उनका रजिस्ट्रेशन रद कर कानूनी कार्रवाई की जा रही है।