Uranium Smuggling: बोकारो में 7 किलो यूरेनियम बरामदगी का तार इंटरनेशनल तस्करों से जुड़ सकता, झारखंड पुलिस के संपर्क में एनआइए
Uranium Smuggling बोकारो पुलिस ने बालीडीह थाना इलाके के राजेंद्र नगर से हरेराम शर्मा नामक युवक को हिरासत में लिया था। इसे हिरासत में लेने के बाद अलग-अलग स्थानों पर छापेमारी कर अन्य लोगों को यूरेनियम के साथ गिरफ्तार किया गया है।
बोकारो, जेएनएन। बोकारो पुलिस ने सात किलोग्राम यूरेनियम के साथ सात लोगों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई राष्ट्रीय जांच एंजेंसी ( NIA) के इनपुट के आधार पर हुई है। यूरेनियम की बरामदगी और सात लोगों की गिरफ्तारी के बाद से एनआइए झारखंड के बोकारो जिले की पुलिस के संपर्क है। इस मामले की गोपनीय तरीके से जांच की जा रही है। यह मामला अंतरराष्ट्रीय यूरेनियम तस्करी से जुड़ सकता है। छह मई को महाराष्ट्र में यूरेनियम की बरामदगी के बाद झारखंड में भी यूरेनियम जब्त किए जाने के बाद सभी राष्ट्रीय जांच एजेंसियों के कान खड़े हो गए हैं।
मंगलवार की रात हुई कार्रवाई, बोकारो पुलिस ने साधी चुप्पी
मंगलवार को गुप्त सूचना के आधार पर बोकारो पुलिस ने बालीडीह थाना इलाके के राजेंद्र नगर से हरेराम शर्मा नामक युवक को हिरासत में लिया था। इसे हिरासत में लेने के बाद अलग-अलग स्थानों पर छापेमारी कर अन्य लोगों को यूरेनियम के साथ गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार युवकों से पुलिस पूछताछ कर रही थी। गिरोह के बाकी सदस्यों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है। गिरफ्तार युवकों के उग्रवादियों और आतंकवादियों से सांठगांठ की पड़ताल की जा रही है।
आतंकवादी संगठन करते यूरेनियम का इस्तेमाल
यूरेनियम जैसे विस्फोटक पदार्थों का उपयोग आतंकी संगठन ही करते रहे हैं । बरामद यूरेनियम का बाजार मूल्य लगभग बीस करोड़ हो सकता है। पकड़े गए युवक यूरेनियम के कारोबार करते थे। पुलिस मुख्यालय को एनआइए समेत कई जांच एजेंसियों से इस बात का इनपुट मिला था कि बेाकारो का एक गिरोह विष्फोटक बेचने का काम करता है। सूचना के बाद पुलिस बम निरोधी दस्ता के साथ म को राजेन्द्र नगर पहुंची। यहां से एक आरोपी को गिरफ्तार कर थाना ले गई। गिरफ्तार युवक यूरेनियम खरीदने वालों की तलाश कर रहा था। इस सूचना के बाद पुलिस ग्राहक के वेश में चास व जरीडीह थाना इलाके में छापेमारी की। सबसे पहले पुलिस को जरीडीह थाना में 1.8 किलोग्राम यूरेनियम मिला। धीरे-धीरे दूसरे स्थानों पर छापेमारी किया गया।
छह मई को महाराष्ट्र में मुंबई एंटी टेररिस्ट स्क्वाड (नागपाड़ा यूनिट) ने 7.10 किलो यूरेनियम जब्त कर दो लोगों को गिरफ्तार किया था। बरामद यूरेनियम को भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र को भेजा गया, जिसने अपनी रिपोर्ट में कहा कि यह ''प्राकृतिक यूरेनियम'' है। इसके बाद बाजार मूल्य के अनुसार एक किलो यूरेनियम का मूल्य लगभग तीन करोड़ होता है। वहां कि गिरफ्तारी के बाद से झारखंड पुलिस को मिले इनपुट के आधार पर जांच प्रारंभ हुआ व सफलता मिली। चूंकि यूरेनियम परमाणु बम, ऊर्जा संयंत्र तथा अन्य प्रकार के बम बनाने के लिए उपयोग किया जाता है।