Move to Jagran APP

SNMMCH Dhanbad: आपका बच्चा बहुत प्यारा है, थोड़ी गोद में ले लेती हूं... कहकर नवजात को लेकर फरार हुई महिला

प्रसव पीड़ के बाद गुड़िया देवी सुबह नौ बजे अस्पताल में भर्ती हुई थी। दोपहर 2.30 बजे के आसपास उसने एक बेटे को जन्म दिया। इसके बाद प्रसव कक्ष से नर्स ममता कुमारी ने 2.35 में गुड़िया व उसके स्वजनों को नवजात दे दिए।

By MritunjayEdited By: Published: Wed, 20 Oct 2021 09:42 AM (IST)Updated: Wed, 20 Oct 2021 09:42 AM (IST)
बच्चे को अस्पताल से लेकर भागती महिला ( सीसीटीवी फोटो)।

जागरण संवाददाता, धनबाद। एसएनएमएमसीएच के स्त्री व प्रसव रोग विभाग में दो महिला ने नवजात को ले भागी। भूली शक्ति मार्केट निवासी सरोज यादव की 25 वर्षीय पत्नी गुड़िया देवी का दोपहर 2.30 बजे प्रसव हुआ था। वार्ड में आते ही एक महिला ने नवजात को खेलाने के बहाने लेकर फरार हो गई। इसके बाद वार्ड में हड़कंप मच गया। स्वजन नवजात को लेकर भागने वाली महिला को खोजने लगे, लेकिन कोई पता नहीं चला। इसकी सूचना अस्पताल प्रबंधन को दी गई। पूरा मामला वार्ड में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है। अस्पताल प्रबंधन ने मामले की सूचना सरायढेला पुलिस को दी है। थाना की पुलिस अस्पताल में आकर सीसीटीवी में कैद फुटेज की जांच कर रही है। वार्ड में दो महिला आई थी। गुड़िया की सास राधिका देवी ने बताया कि जन्म होने के बाद दो महिला वार्ड में आई। और कहा कि बच्चा बहुत प्यारा है, थोड़ी गोद में खेला लेती हूं। इसके बाद राधिका देवी अपना मोबाइल चार्जर में लगाने लगी, तब तक नवजात को लेकर महिला फरार हो गई।

loksabha election banner

नर्स ने हैंडओवर किया, दस मिनट में महिला ले भागी

प्रसव पीड़ के बाद गुड़िया देवी सुबह नौ बजे अस्पताल में भर्ती हुई थी। दोपहर 2.30 बजे के आसपास उसने एक बेटे को जन्म दिया। इसके बाद प्रसव कक्ष से नर्स ममता कुमारी ने 2.35 में गुड़िया व उसके स्वजनों को नवजात दे दिए। इसके बाद स्वजन नवजात को लेकर वार्ड में आ गए। लगभग 2.45बजे के आसपास दो महिला वार्ड में आइ। वार्ड में गुड़िया देवी की सास राधिका देवी से पीली रंग पहने महिला ने नवजात को गोद में लेकर कहा कि आपका बच्चा बहुत सुंदर है, मेरी कोई बेटा नहीं है न। थोड़ा गोद में खेला लेती हूं...यह कहते हुए पीली रंग की साड़ी पहने महिला अपने एक अन्य साथी के साथ फरार हो गई।

पीली रंग की महिला ने लाल रंग की साड़ी पहने महिला को नवजात थमाया

घटना पूरी तरह से सीसीटीवी में कैद हो गई है। वार्ड में कैमरे में आसानी ने देखा जा सकता है कि दो महिला वार्ड में गई। इसमें एक पीली साड़ी पहने हुए महिला नवजात को लेकर जन औधषि केंद्र के रास्ते ओपीडी की ओर चली गई। उसके साथ एक और महिला थी। दोनों ने अपने-अपने चेहरे पर मास्क लगा रखा था। ओपीडी के बाहर पहले से ही एक महिला लाल रंग की साड़ी पहने खड़ी थी। लाल रंग साड़ी पहने महिला के साथ एक लगभग सात वर्ष की एक लड़की खड़ी थी। नवजात को गोद लेकर दोनों अलग-अलग रास्ते से फरार हो गई। यह लोग कौन थे, कहां से आए हैं, किसी को जानकारी नहीं मिल पाई है।

अस्पताल में ही घंटों रेकी कर रही थी महिला, प्लान के तहत चोरी

अस्पताल प्रबंधन का मानना है कि महिला पहले से ही नवजात की चोरी के लिए रेकी कर रही थी। चोरी होने वाले नवजात से पहले दो और प्रसव कराए गए। इसमें एक बेटी और एक बेटा था। लेकिन सबसे सॉफ्ट टारगेट गुड़िया देवी ही बनी। क्योंकि गुड़िया देवी के पास केवल उसकी सास राधिुका देवी ही थी। दोनों महिला मरीज के तीमारदार की तरह दिख रहे थे। मौका मिलते ही नवजात को लेकर फरार हो गई। बाहर एक महिला को सौंपा गया। ऐसा लग रहा है कि चोरी करने वाली महिला ने पहले से ही डील कर रखी है, पूरा मामला प्लान के तहत की गई है।

सास राधिका ने अपने बेटे मनोज को किया था फोन

महिला जब बच्चे को गोद में लेकर खिलाने के लिए मांग रही थी। तब राधिका ने भूली में रह रहे अपने बेटे मनोज यादव को फोन की थी। राधिका ने बताया कि एक महिला बच्चे को गोद में लेकर खिलाने के लिए कह रही है। जबकि मनोज ने इस पर मना किया था। लेकिन इसी बीच पीला साड़ी पहने हुए महिला नवजात को लेकर गायब हो गई।

पहले से एक बेटा और बेटी

गुड़िया देवी को पहले से तीन वर्ष की बेटी और एक डेढ़ वर्ष का बेटा है। यह तीसरा बेटा था। परिजनों ने इस बात बंध्याकरण की बात कही थी। लेकिन इस बीच वह गर्भवती हो गई थी। स्वजनों का कहना है नौ महीने तक गर्भ में बच्चे को पाला कितना कष्ट किया गया। और इस तरह से बच्चे को लेकर भाग जाना काफी दुखद है।

पीड़िता के घर पहुंचे लोग

घटना के बाद भूल ही शक्ति मार्केट स्थित पीड़िता के घर स्थानीय नेता पहुंचे। पूर्व पार्षद अशोक यादव दिनेश यादव सहित अन्य स्वजनों से मिलकर उन्हें ढांढस बंधाया। दोनों ने पुलिस प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है।

मामले की जांच शुरू हो गई है। सुरक्षा व्यवस्था बेहतर करने के लिए कई प्रवेश द्वार बंद कर एक प्रवेश द्वार बनाने का प्रस्ताव को पुन: भेजा जाएगा। फंड के अभाव में कार्य लंबित है। वहीं संबंधित मामले में अस्पताल व कर्मचारियों का कोई दोष नहीं है।

डॉ एके वर्णवाल, अधीक्षक, एसएनएमएमसीएच धनबाद।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.