SAIL: पे रिवीजन पर प्रबंधन और एनजेसीएस की वार्ता फेल, मजदूर संगठनों ने दी हड़ताल की चेतावनी
सेल की नई चेयरमैन सोमा मंडल ने 20 जनवरी को एनजेसीएस संगठन के साथ नई दिल्ली में पहली फिजिकल मीटिंग की थी। नई चेयरमैन से मजदूर संगठनों को काफी उम्मीद थी। लेकिन पे रिवीजन के मुद्दे पर बात बनती नहीं दिख रही है।
बोकारो, जेएनएन। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड सेल कामगारों के वेतन पुनरीक्षण पर बुधवार को नई दिल्ली में प्रबंधन व एनजेसीएस श्रमिक संगठन के बीच की वार्ता बेनतीजा रही। कोरोना काल में यह चौथा मौका है जब श्रमिक संगठनों ने प्रबंधन के प्रस्ताव को दरकिनार कर बैठक का बहिष्कार किया। इससे पूर्व कंपनी की नई चेयरमैन सोमा मंडल ने 20 जनवरी को एनजेसीएस संगठन के साथ नई दिल्ली में पहली फिजिकल मीटिंग की थी। लेकिन यूनियन नेताओं के एमजीबी के मसले पर प्रबंधन के पांच फीसद के प्रस्ताव के विरोध को देखते हुए दोबारा 27 फरवरी को बैठक बुलाई गई थी। प्रबंधन ने उस समय पांच के बजाए दस फीसद एमजीबी देने को तैयार हुई, लेकिन यूनियन नेता 15 फीसद एमजीबी व 35 फीसद पर्क्स से कम लेने को तैयार नही हुए। मामले को बिगड़ता देख 16 मार्च को फिर से वार्ता हुई। लेकिन नतीजा सिफर रहा। पुन: 31 मार्च को दोनों पत्र फिर से आमने-सामने हुए। लेकिन बात यहां भी नही बनी।
एक सप्ताह के अंदर दिया जाएगा हड़ताल का नोटिस
अब एनजेसीएस के सभी श्रमिक संगठन एक हफ्ते के अंदर कंपनी के चेयरमैन को हड़ताल की चेतावनी देने का फैसला किया है। इस बीच प्रबंधन की ओर से मसले पर कोई सकारात्मक पहल हो जाती है तो बैठक का दौर जारी रहेगा। फिलहाल पे रिवीजन के लिए प्रबंधन की ओर से एनजेसीएस के साथ बैठक की कोई अगली तिथि निर्धारित नही की गई है। आज की बैठक में यूनियन के पूर्व की मांग पर प्रबंधन यह कह कर अपने हाथ खड़े कर दिए की उसके पास रिवीजन के मद में समुचित राशि देने के लिए नही है। इससे उपर की राशि के प्रबंधन के लिए सेल अध्यक्ष व सेल निदेशक मंडल की बैठक में स्वीकृति लेनी होगी। इसके बाद मीटिंग यही समाप्त हो गई।
अब गेंद प्रबंधन के पाले में
बैठक में शामिल किंम्स एचएमएस के महामंत्री सह एनजेसीएस राजेंद्र सिंह ने साफ कहा कि हमारी मांग के अनुरूप यदि पे रिवीजन दस साल की अवधि पर करने सहित 15 फीसद एमजीबी एवं 35 फीसद पर्क्स व बकाया एरियर भुगतान पर निर्णय नही हुआ तो इसके बाद प्रबंधन द्वारा आहूत एनजेसीएस की किसी बैठक में यूनियन प्रतिनिधि शामिल नही होंगे। कहा की आज की बैठक में कम से कम 15 फीसद एमजीबी पर सहमति कराने का पूरा प्रयास किया गया। लेकिन प्रबंधन सेल अध्यक्ष की अनुपस्थिति का हवाला देते हुए मामले से कन्नी काट ली। इसका जवाब अब हड़ताल के माध्यम से दिया जाएगा। अब यह फैसला प्रबंधन को करना है की वह मामले का पटाक्षेप शांतिपूर्ण ढ़ग से चाहती है या कंपनी का चक्का जाम करा के। मौके पर सेल के निदेशक वित्त अमित सेन, निदेशक तकनीकी एचएन राय, बीएसएल के निदेशक प्रभारी अमलेंदु प्रकाश, ईडी पर्सनल के के सिंह सहित इंटक, एटक, सीटू, बीएमएस व एचएमएस के पांचों यूनियन प्रतिनिधि शामिल थे।