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नीरज हत्याकांड में विधायक संजीव ने खुद को बताया निर्दोष, कहा-ताश के पत्तों की तरह बिखर जाएगी गवाही

दूसरे दिन एकलव्य सिंह की गवाही पूरी हुई। निखिलेश राय का मुख्य परीक्षण हुआ। एकलव्य की गवाही पूरी होने के बाद संजीव की तरफ से हाई कोर्ट के वरीय अधिवक्ता बीएम त्रिपाठी ने जिरह किया।

By mritunjayEdited By: Published: Tue, 29 Jan 2019 04:04 PM (IST)Updated: Tue, 29 Jan 2019 04:04 PM (IST)
नीरज हत्याकांड में विधायक संजीव ने खुद को बताया निर्दोष, कहा-ताश के पत्तों की तरह बिखर जाएगी गवाही
नीरज हत्याकांड में विधायक संजीव ने खुद को बताया निर्दोष, कहा-ताश के पत्तों की तरह बिखर जाएगी गवाही

धनबाद, जेएनएन। पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह समेच चार की हत्या के मामले में मंगलवार को दूसरे दिन भी धनबाद अदालत में ट्रायल चला। एडीजे-14 आलोक कुमार दुबे की अदालत में पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह के भाई धनबाद नगर निगम के डिप्टी मेयर एकलव्य सिंह की गवाही पूरी हुई। इस माैके पर मुख्य अभियुक्त झरिया के भाजपा विधायक संजीव सिंह उपस्थित थे। उन्होंने अदालत से बाहर मीडिया से बातचीत करते हुए खुद को निर्दोष बताया। दूसरी तरफ नीरज सिंह के भाई अभिषेक सिंह ने पलटवार करते हुए कहा-संजीव सिंह कितने निर्दोष हैं, धनबाद की जनता जानती है। 

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धनबाद के चर्चित पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह समेत चार लोगों की हत्या के मामले में सोमवार से ट्रायल शुरू हुआ। ट्रायल के दौरान उनके भाई डिप्टी मेयर एकलव्य सिंह ने गवाही देते हुए अपने चचेरे भाई और झरिया के विधायक संजीव पर आरोप मढ़ा। जिला एवं सत्र न्यायाधीश की अदालत में इस चर्चित मामले में पहली ही तारीख पर अभियोजन ने चार गवाहों को कोर्ट में पेश किया था। हालांकि पहले दिन तीन लोगों की ही गवाही हो सकी। मंगलवार को दूसरे दिन एकलव्य सिंह की गवाही पूरी हुई। जबिक निखिलेश राय का मुख्य परीक्षण हुआ। एकलव्य सिंह की गवाही पूरी होने के बाद संजीव सिंह की तरफ से झारखंड हाई कोर्ट के वरीय अधिवक्ता बीएम त्रिपाठी ने करीब एक घंटे तक जिरह किया। इस मामले में बुधवार को भी अदालत में गवाही और जिरह की प्रक्रिया जारी रहेगी। 

संजीव की आंखों में खटक रहे थे नीरजः एकलव्य ने अपनी गवाही में कहा है कि नीरज सिंह ने झरिया से विधानसभा का चुनाव लड़ा था। उनका संजीव सिंह से कड़ा मुकाबला हुआ था। नीरज सिंह जनता के बीच बहुत लोकप्रिय हो गए थे। जनता की आंखों के वे तारे बने हुए थे, वहीं संजीव की आंखों में कांटे की तरह चुभ रहे थे। यहीं उनकी हत्या का मुख्य कारण था। मैं नहीं कह सकता कि संजीव सिंह ने किन कारणों से यह फैसला लिया। मेरे हिसाब से संजीव सिंह, उनके छोटे भाई सिद्धार्थ गौतम उर्फ मनीष, महंत पांडेय, गया सिंह, धनजी सिंह, उनके पीए संजय सिंह व जैनेंद्र सिंह उर्फ  पिंटू सिंह ने नीरज की हत्या की है।

संजीव ने कानून पर जताया भरोसाः नीरज हत्याकांड के ट्रायल में धनबाद अदालत में पेशी के बाद विधायक संजीव सिंह ने कहा कि उन्हें गलत तरीके से फंसाया गया है। झूठी गवाही दिलाई जा रही है, जो तास के पत्तों की तरह अदालत में बिखर जाएगी। अदालत और कानून पर उन्हें पूरा भरोसा है। अदालत में न्याय मिलेगा। उन्होंने कहा कि झरिया की जनता ने उन्हें विधायक बनाया है। नीरज को 40 हजार और उन्हें 74 हजार वोट मिले थे।40 हजार और 74 हजार वोट में अंतर होता है। इससे लोकप्रियता का सहज अंदाजा लगाया जा सकता है। आने वाले चुनाव में भी झरिया की जनता का प्यार उन्हें मिलेगा।

आने वाले समय में सब साफ हो जाएगाः नीरज सिंह के भाई अभिषेक ने कहा कि गवाही झूठी है या सही, इसका फैसला कोर्ट को करना है। आने वाले समय में सब कुछ साफ हो जाएगा। विधायक संजीव सिंह के खिलाफ ट्रायल के दाैरान अदालत परिसर में गहमागहमी रही। विधायक के भाई मनीष सिंह अपने समर्थकों के साथ उपस्थित थे। दोनों गुटों के बीच तनातनी को देखते हुए अदालत परिसर में पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। 


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