नीरज सिंह पर कैसे चली गोली, अदालत में चश्मदीद ने बताई आंखों देखी
काले रंग के फॉच्र्यूनर गाड़ी पर अंधाधुंध गोली चल रही है। सात-आठ आदमी गोली चला रहे थे। इसमें से उसने संजीव सिंह को देखा कि वह बाईं ओर से गोली चला रहे थे।
धनबाद, जेएनएन। पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह हत्याकांड में चल रही सुनवाई के चौथे दिन शनिवार को कांड के चश्मदीद अनिल सिंह का बयान जिला एवं सत्र न्यायाधीश आलोक कुमार दूबे की अदालत में दर्ज हुआ। अनिल ने कोर्ट में घटना का पूर्ण रूप से समर्थन किया। उसने कोर्ट मे उन सारी बातों को दोहराया जिसे उसने कांड के अनुसंधानक निरंजन तिवारी को बताया था।
क्या दिया था बयान : अनिल सिंह ने अपने बयान मे कहा था कि 21 मार्च 2017 की शाम 7:00 बजे वह स्टील गेट के पास रूई की दुकान पर था। तभी उसने गोली चलने की आवाज सुनी। उसने देखा कि काले रंग के फॉच्र्यूनर गाड़ी पर अंधाधुंध गोली चल रही है। सात-आठ आदमी गोली चला रहे थे। इसमें से उसने संजीव सिंह को देखा कि वह बाईं ओर से गोली चला रहे थे। वह भी बाईं ओर ही था। गोली चलने के डर से वह छिप गया। देखा कि संजीव सिंह गोली चला रहे थे। कुछ देर के बाद वे लोग बिग बाजार की ओर चले गए। उसने देखा कि नीरज सिंह की छाती तथा पूरे शरीर में गोली लगी हुई थी। गाड़ी में मौजूद ड्राइवर घलटू, मुन्ना तिवारी, अशोक यादव, आदित्य राज को गोली लगी थी। कुछ देर बाद एकलव्य सिंह काले रंग की इंडीवर गाड़ी से आए और नीरज सिंह को गाड़ी की डिक्की में रख कर सेंट्रल अस्पताल ले गए। कुछ देर के बाद वह भी सेंट्रल अस्पताल गया जहां पता चला कि नीरज सिंह की मृत्यु हो गई है। यह भी पता चला कि घायल अन्य लोगों की भी मृत्यु हो गई।
बचाव पक्ष ने ठोके तीखे सवाल : एक घंटे तक बचाव पक्ष की ओर से वरीय अधिवक्ता बीएम त्रिपाठी, मदन मोहन दरिप्पा, मो. जावेद, पंकज प्रसाद, कुमार मनीष, जया कुमार ने अनिल सिंह पर सवालों की बौछार की। अनिल सिंह ने जवाब दिया। दिन के 11:40 बजे से निखिलेश सिंह का जिरह शुरू हुआ जो डेढ बजे तक चला।
विधायक संजीव की हुई पेशी : जेल प्रशासन ने विधायक संजीव सिंह, डब्लू मिश्रा, धनजी सिंह, पिंटू सिंह, संजय सिंह, विनोद सिंह कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में लगभग एक 11:34 बजे कोर्ट में पेश किया। उनके पीछे ही 11:35 बजे संजीव के भाई सिद्धार्थ गौतम उर्फ मनीष सिंह कोर्ट पहुंच गए।
वीडीयो कांफ्रेंसिंग ट्रायल रूम में हुई सुनवाई : कांड के आरोपित विधायक संजीव सिंह, डब्लू मिश्रा, धनजी सिंह, संजय सिंह, पिंटू सिंह, विनोद सिंह को धनबाद जेल से सशरीर कोर्ट लाया गया। वहीं आरोपित अमन सिंह हजारीबाग जेल से, सागर उर्फ शिबू गिरिडीह जेल से, रोहित दुमका जेल से एवं सतीश को जमशेदपुर जेल से व पंकज को भी दूसरे जेल से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए वीडियो कांफ्रेंसिंग ट्रायल रूम में अदालत के सामने पेश किया गया।
शूटरों के सशरीर पेशी से सुरक्षा को खतरा : अदालत की कार्रवाई शुरू होते हीं अधिवक्ता कुमार मनीष एवं केके तिवारी ने कोर्ट में 30 जनवरी को दाखिल किए गए आवेदन पर बहस की। अधिवक्ताद्वय ने कहा कि उनके मुवक्किल अमन सिंह, सागर सिंह कुर्बान अली, सतीश सिंह एवं पंकज सिंह को कोर्ट में सशरीर पेश करने का आदेश जेल प्रशासन को दिया जाए। अभियोजन ने प्रत्युत्तर दायर कर कड़ा ऐतराज जताया। अपर लोक अभियोजक ओमप्रकाश तिवारी ने कहा कि सुरक्षा व्यवस्था के कारण सभी को दूसरे जिलों में रखा गया है। उन्हें सशरीर लाने से विधि-व्यवस्था की समस्या उत्पन्न हो सकती है। अदालत ने उभय पक्ष की दलील सुनने के बाद सुनवाई के लिए 15 फरवरी की तारीख निर्धारित कर दी है।
15, 16,18 फरवरी को होगी सुनवाई : लगातार तीन दिनों तक चले इस मामले की सुनवाई के बाद आज अदालत ने इस मामले की सुनवाई के लिए फिर लगातार तीन दिन 15,16,18 फरवरी की तारीख निर्धारित की है। अदालत ने अभियोजन को गवाह पेश करने का निर्देश दिया है।