National Sports Day: क्रिकेट की पिच पर मुकद्दर गढ़ रहीं गांव की बेटियां, राष्ट्रीय स्तर पर लहराया परचम
National Sports Day बलियापुर के खैरटांड़ की उर्मिला सोरेन। क्रिकेट के प्रति गजब का जुनून। गली क्रिकेट से होते हुए धनबाद जिला टीम के कैप्टन तक का सफर तय किया।
धनबाद [राजीव शुक्ला]। National Sports Day: तिभा किसी की मोहताज नहीं होती। हौसला बुलंद हो और लक्ष्य साध लिया जाए तो वह जरूर मिलता है। इसे साबित किया है धनबाद के ग्रामीण क्षेत्र बलियापुर की बेटियों ने। गांव-गांव में लड़कियां क्रिकेट की पिच पर सफलता की पटकथा लिख रही हैं। 14 लड़कियां जिला से लेकर राज्य और राष्ट्रीय स्तर तक परचम फहरा रहीं हैं। आठ लड़किया झारखंड स्टेट क्रिकेट टीम के विभिन्न आयु वर्गों में कौशल दिखा रही हैं। इन बेटियों की राह में सामाजिक बंदिशें और गरीबी के कांटे भी बिखरे थे। बावजूद अपने जज्बे से वह कमाल कर दिखाया जो इलाके का नाम पूरे देश में रौशन कर रहा है। ये लड़कियां रोज छह घंटे बाघमारा स्कूल मैदान में अभ्यास करती हैं।
मजदूर मां का नाम करना है रौशन
बलियापुर के खैरटांड़ की उर्मिला सोरेन। क्रिकेट के प्रति गजब का जुनून। गली क्रिकेट से होते हुए धनबाद जिला टीम के कैप्टन तक का सफर तय किया। अब अंडर-19 राज्य महिला क्रिकेट टीम का भी वह प्रतिनिधित्व कर रही हैं। उर्मिला ने बताया लक्ष्य पाना है तो परिश्रम करना होगा। हमारी मां गयामुनि देवी हमारी प्रेरणा हैं। पिता रविलाल का निधन हो गया है। हम तीन बहन और दो भाई हैं। मां भट्ठे में मजदूरी करती हैं। हाड़तोड़ मेहनत कर वे हमारी परवरिश कर रही हैं। उनके परिश्रम को व्यर्थ नहीं जाने देंगे। शुरू से क्रिकेट के प्रति जुनून था। गली में ही बच्चों के साथ क्रिकेट खेलने लगी। कई ने टिप्पणी की। तब मां ने हिम्मत बंधाई। कहा कि क्रिकेट खेल रही हो तो इसमें ऐसा कुछ कर डालो जो मिसाल बने। गांव का मान बढ़े। हिम्मत आई और इस खेल में रम गई। खूब पसीना बहाया। रोज छह घंटे अभ्यास करते हैं। कोच श्रीराम दुबे का मार्गदर्शन काम आ रहा है।
ऑटो चालक पिता का सपना पूरा करना है
रखितपुर गांव की पुष्पा कुमारी। सुभाष महतो और भानू देवी की यह बेटी जिला टीम के साथ झारखंड अंडर-19 महिला स्टेट क्रिकेट टीम का भी प्रतिनिधित्व कर रही है। पुष्पा ने बताया कि पिता सुभाष ऑटो चालक हैं। परिवार में हम दो बहनें और एक भाई है। बड़ी बहन रूमा भी झारखंड स्टेट सीनियर क्रिकेट टीम की सदस्य है। पिता बचपन से ही कहते थे कि हमारी बेटियां बेटों से कम नहीं हैं। वे ऐसा कुछ करके दिखाएंगी कि परिवार का सम्मान बढ़े। उनका सपना पूरा करने को हमने क्रिकेट का सहारा लिया। परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है। बावजूद हमने अभ्यास और लगन में कमी नहीं की। निरंतर अभ्यास ने झारखंड स्टेट टीम तक की राह आसान कर ली।
इन खिलाडिय़ों ने बनाई झारखंड स्टेट टीम तक राह
सीनियर स्टेट क्रिकेट टीम में दुर्गा कुमारी मुर्मू, सुनीता कुमारी, रूमा कुमारी महतो, अंडर -19 टीम में मीरा कुमारी महतो, अनीता कुमारी, अंडर-16 में किरण कुमारी, अंडर -19 स्टेट कैंप में सविता कुमारी, सीमा हेंब्रम ने जगह बनाई है।