गांधी को नहीं ढूंढ पाई झारखंड पुलिस तो मांगने लगा रंगदारी, कभी फोन पर तो कभी पोस्टर लगाकर दे रहा धमकी Dhanbad News
दुर्गापूजा के माहौल में आउटसोर्सिंग संचालक को जान से मार देने की धमकी पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है। पुलिस इस धमकी को अब हल्के में भी नहीं ले सकती है। भाजपा नेता सतीश सिंह की हत्या के पीछे भी पुलिस ने खैरा आउटसोर्सिंग विवाद ही बताया है।
धनबाद, जेएनएन। भाजपा नेता सतीश सिंह हत्याकांड में सतीश साव उर्फ गांधी का नहीं पकड़ा जाना पुलिस के लिए सिर दर्द बना है। तमाम कोशिश के बावजूद पुलिस गांधी को नहीं पकड़ पा रही। अब गांधी के नाम से खैरा व वासुदेवपुर आउटसोर्सिंग संचालक संजय खेमका से 50 लाख रंगदारी मांगी गई है, नहीं देने पर भाजपा नेता सतीश सिंह की तरह हत्या की भी धमकी दी गई है।
दुर्गापूजा के माहौल में आउटसोर्सिंग संचालक को जान से मार देने की धमकी पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है। पुलिस इस धमकी को अब हल्के में भी नहीं ले सकती है। भाजपा नेता सतीश सिंह की हत्या के पीछे भी पुलिस ने खैरा आउटसोर्सिंग विवाद ही बताया है। अनुसंधान की और हत्या के पीछे सतीश साव उर्फ गांधी को ही मुख्य आरोपित बताया। अब सवाल है कि वहीं गांधी आउटसोर्सिंग संचालक को खुलेआम धमकी दे रहा है और पुलिस उसे ढूंढ़ नहीं पा रही है।
मालूम हो कि भाजपा नेता सतीश सिंह हत्याकांड में शूटर के अलावा आधा दर्जन आरोपित बनाए गए हैं, कांड में सभी आरोपितों की भूमिका के बारे में पुलिस पहले ही स्पष्ट कर चुकी है। इस कांड में सतीश उर्फ गांधी के अलावा विकास सिंह, कृष्णा दास उसके जीजा ललन दास, उत्तम महतो, बाबू राजा को पुलिस ने आरोपित बनाया है। सतीश सिंह की हत्या के बाद गांधी केदुआडीह थाना क्षेत्र में पोस्टर लगाकर आउटसोर्सिंग प्रबंधन से रंगदारी मांग चुका है। इस मामले में पुलिस केंदुआडीह थाना में प्राथमिकी दर्ज की है लेकिन गांधी पकड़ा नहीं गया है।