पहले पैसा काटा, अब कारणों की होगी जांच; नगर विकास विभाग ने बिल काटने पर लिया संज्ञान Dhanbad News
धनबाद नगर निगम (Dhanbad Municipal Corporation) क्षेत्र में डोर टु डोर कचरा कलेक्शन करने वाली एजेंसी का पैसा काटने पर नगर विकास विभाग ने संज्ञान लिया है। इसकी जांच होगी।
धनाबाद, जेएनएन। Dhanbad Municipal Corporation नगर निगम क्षेत्र में डोर टु डोर कचरा कलेक्शन करने वाली एजेंसी का पैसा काटने पर नगर विकास विभाग (City development department) ने संज्ञान लिया है। इसकी जांच होगी। दरअसल कचरा कलेक्शन करने वाली एजेंसी ने मासिक बिल भुगतान के लिए नगर निगम को हर महीने का लगभग दो करोड़ 70 लाख का बिल बना कर भेजा। नगर निगम ने इसमें कटौती करते हुए 96 लाख का भुगतान किया। निगम ने तर्क दिया कि कचरा कम उठा और बिल अधिक दे दिया। इस आधार पर 60 फीसद की कटौती करते हुए सिर्फ 40 फीसद का भुगतान किया।
एजेंसी ने निगम के इस कदम को चुनौती दी और मामले को 26 जून को नगर विकास विभाग के सचिव विनय कुमार चौबे की अध्यक्षता में हुई धनबाद सॉलिड वेस्ट प्रोजेक्ट की समीक्षा बैठक में रख दिया। बैठक में रैमकी ने अपना पक्ष रखा कि नगर निगम ने जुलाई 2019 से लेकर दिसंबर 2019 के बीच एजेंसी के बिल में एक करोड़ पांच लाख 36 हजार की कटौती की। यह कुल बिल का 25 फीसद था। इसी तरह जनवरी-फरवरी के बिल में 60 फीसद की कटौती कर दी।
हालांकि निगम ने कहा कि कम कचरा उठा है और बिल अधिक बनाया गया है। इस पर सचिव विनय कुमार चौबे ने वास्तविक स्थिति की जांच करने का निर्देश दिया। सचिव ने बाकायदा अर्बन डेवलपमेंट और हाउसिंग डिपार्टमेंट की एक संयुक्त कमेटी गठित कर जांच करने का जिम्मा सौंपा। इसमें सूडा और धनबाद नगर निगम के अधिकारी भी शामिल रहेंगे। टीम धनबाद आकर वास्तविक कटौती और कचरे की स्थिति का आकलन कर रिपोर्ट सचिव को सौंपेगी। इसके बाद आगे ठोस निर्णय लिया जाएगा।
प्रतिटन कचरा उठाव व निष्पादन पर 2 हजार का भुगतान : निगम और रैमकी के बीच जो करार हुआ है, उसके अनुसार रैमकी कंपनी को प्रतिटन कचरे के उठाव और उसके निष्पादन के एवज में 2000 रुपए का भुगतान करना है। सूत्रों के अनुसार निगम क्षेत्र में प्रतिदिन 400 टन कचरा निकलता है। इसमें 250 से 300 टन कचरा घरों से निकलता है। शेष कचरा दुकान और होटलों से सड़क पर आता है। रैमकी को घर के साथ दुकानों-होटलों का भी कचरा उठा निष्पादन करना है। एजेंसी का कहना है प्रतिदिन लगभग 300 टन कचरा निकल रहा है, जबकि नगर निगम का कहना है 100 से 125 टन ही कचरा निकल रहा है।