विवादों में घिरा निजी स्कूलों में किताब बिक्री का प्रशासन का निर्णय, सांसद ने कहा-पुस्तक माफिया से गठजोड़ Dhanbad News
कोरोना के मद्देनजर प्रशासन ने निजी स्कूलों में किताब बिक्री का निर्णय किया है। किताब दुकानदार व विभिन्न स्कूल के प्राचार्य के साथ एसडीएम राज महेश्वरम ने बैठक कर यह आदेश दिया है।
धनबाद, जेएनएन। लॉकडाउन के दाैरान स्कूलों में किताब मुहैया कराने का एसडीएम धनबाद का आदेश विवादों में घिर गया है। धनबाद के सांसद व झारखंड के पूर्व शिक्षा मंत्री पीएन सिंह ने स्कूलों से किताबों की बिक्री का विरोध किया है। उन्होंने उपायुक्त अमित कुमार को पत्र लिखकर कहा है कि इससे पुस्तक माफिया व सरकार के गठजाेड़ का पता चलता है। यदि स्कूलों से किताब बिकेगी तो चंद पुस्तक माफिया छोड़ कोई लाभान्वित नहीं होंगे। इससे सैकड़ों पुस्तक विक्रेताओं पर प्रतिकूल असर पड़ेगा।
शारीरिक दूरी का पालन होगा मुश्किल
झारखंड प्रदेश भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सांसद पीएन सिंह फिलहाल 14 दिनों के होम क्वारंटाइन पर हैं। स्कूलों में किताब बेचने के निर्णय की जानकारी मिलने के बाद उन्होंने पत्र लिखकर विरोध किया है। उन्होंने कहा है-अभिभावकों को भी परेशानी होगी व शारीरिक दूरी का भी पालन संभव नहीं होगा। वजह एक जगह भीड़ इकट्ठी होगी। दुकानों से बिक्री की गई तो अभिभावकों को घर के नजदीक ही पुस्तक सुलभ होगा। कई दुकानें होने से भीड़ बी कम लगेगी। जहां तक शारीरिक दूरी की बात तो जब किराना, पीडीएस दुकानों पर शारीरिक दूरी का पालन कर सामान बिक रहा है तो यहां भी पालन किया जा सकेगा। प्रशासन पुस्तक दुकानें खोलने और वहीं से किताबें बेचने की अनुमति दे।
क्या है मामला
कोविड-19 के मद्देनजर जिला प्रशासन ने निजी स्कूलों में किताब बिक्री का निर्णय किया है। शुक्रवार को किताब दुकानदार व विभिन्न स्कूल के प्राचार्य के साथ एसडीएम राज महेश्वरम ने बैठक कर यह आदेश दिया है। इसके तहत 27 अप्रैल से सभी स्कूलों में किताबें उपलब्ध होंगी। एसडीओ ने बताया कि किताब दुकानों से किताब खरीदने में शारीरिक दूरी का पालन नहीं करने पर यह निर्णय लिया गया है। हर कक्षा की किताबों के सेट के साथ एक पैकेट में तैयार करने का निर्देश दुकानदारों को दिया गया है। दुकानों से किताब लेते वक्त दी जाने वाली छूट यथावत लागू रहेगी। किताब लेने का समय सुबह 7 से दोपहर 12 बजे तक निर्धारित किया गया है।
नियम सभी पब्लिक एवं प्राइवेट स्कूल के लिए लागू
बताया कि प्राय: स्कूलों में प्रत्येक कक्षा के लिए चार से पांच सेक्शन होते हैं। इस आधार पर हर कक्षा के लिए समय निर्धारित रहेगा। अभिभावक घेरे में रहते हुए ही किताबें रिसीव करेंगे। बच्चों को स्कूल आने पर सख्त पाबंदी लगाई गई है। शारीरिक दूरी का पालन सुनिश्चित करने के लिए कई क्लासरूम का इस्तेमाल पुस्तक बिक्री के लिए करेंगे। स्कूल प्रबंधन वाट्सएप से अभिभावकों को सूचित करेंगे। यह नियम सभी पब्लिक एवं प्राइवेट स्कूल के लिए लागू होगा।