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बीपी के मरीज सूर्योदय से पहले करते मार्निंग वॉक तो हो जाइए सावधान, जानिए खतरनाक वजह Dhanbad News

शरीर के तापमान को बनाये रखें। तापमान में परिवर्तन होने से बीमार पड़ सकते हैं। ठंड से जिन्हें एलर्जी है उन्हें भी सावधान रहने की जरूरत है।

By MritunjayEdited By: Published: Thu, 31 Oct 2019 01:56 PM (IST)Updated: Thu, 31 Oct 2019 01:56 PM (IST)
बीपी के मरीज सूर्योदय से पहले करते मार्निंग वॉक तो हो जाइए सावधान, जानिए खतरनाक वजह Dhanbad News
बीपी के मरीज सूर्योदय से पहले करते मार्निंग वॉक तो हो जाइए सावधान, जानिए खतरनाक वजह Dhanbad News

धनबाद, जेएनएन। कोयलांचल में ठंड ने दस्तक दे दी है। ऐसे में हाई ब्लड प्रेशर (बीपी), मधुमेह, दमा आदि के मरीजों को सावधानी की जरूरत है। बीपी के मरीज सुबह-सुबह मार्निंग वॉक पर जाने से परहेज करें। सुबह में जब धूप आने लगे, तब जाकर मार्निंग वॉक करें। दरअसल, ठंड में शरीर की नसें सिकुड़ती है। ऐसे में त्वचा भी सिकुडऩे लगती है। इसका असर दिमाग की नसें और ह्दय पर भी पड़ता है। इस कारण बीपी के ऐसे मरीज पर स्ट्रोक (पक्षाघात) का खतरा हो जाता है। उक्त बातें प्रभारी सिविल सर्जन सह धनबाद के चिकित्सा प्रभारी डॉ. आलोक विश्वकर्मा ने जागरण के प्रश्न प्रहर में बतौर अतिथि कही।

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पाठकों द्वारा किए गए बीमारियों से संबंधित कई सवालों के जवाब उन्होंने दिये। कहा कि शरीर के तापमान को बनाये रखें। तापमान में परिवर्तन होने से बीमार पड़ सकते हैं। ठंड से जिन्हें एलर्जी है, उन्हें भी सावधान रहने की जरूरत है। त्वचा शुष्क होने से भी एलर्जी हो सकती है। इसके लिए नमी बनाये रखने वाले क्रीम का प्रयोग कर सकते हैं।

दमा के मरीज रखें ख्यालः डॉ. विश्वकर्मा ने बताया कि दमा के मरीज के लिए ठंड दुश्मन होता है। ऐसे में मरीज को ठंड से बचा कर रखने की जरूरत होती है। सुबह व शाम में घर से ऐसे मरीज को बाहर नहीं जाना चाहिए। ज्यादा परेशानी होने पर अपने चिकित्सक से बीच-बीच में परामर्श लेते रहें।

बच्चे व बुजुर्गों को ठंड से बचायें

डॉ. विश्वकर्मा ने बताया कि बच्चे व बुजुर्गों में शारीरिक प्रतिरोधक क्षमता समान्य उम्र के लोगों की तुलना में कम होता है। इस कारण यह ध्यान नहीं देने पर यह जल्दी दोनों बीमार पड़ सकते हैं। बच्चों में खासकर निमोनिया का असर ज्यादा होता है। दो वर्ष के बच्चों मेंंं मौत का सबसे ज्यादा कारण निमोनिया ही होता है। ऐसे में बच्चों को पूरी शरीर ढकने वाले कपड़े पहनायें।

इन्होंने किये फोनः बस्ताकोला से अनिल कुमार सिंह, बलियापुुर से पंकज कुमार, भूली से राम वशिष्ट पांडेय, झरिया से अजय कुमार पांडेय, हीरापुर से संतोष कुमार, बलियापुर से मो इरफान, मटकुरिया से अवध बिहारी, भिस्तीपाड़ा से सुदिप्त सरकार आदि।


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