कोई बेचकर मालामाल कोई खरीदकर निहाल... Dhanteras पर धनबाद-बोकारो में 500 करोड़ से ज्यादा की धनबर्षा
Dhanteras 2021 कोयलांचल में धनतेरस पर दो हजार से ज्यादा वाहनों की बिक्री हुई। इलेक्ट्रिक स्कूटर की बिक्री खूब हुई। गहने की दुकान पर चांदी के सिक्के बिके तो गहने भी खरीदे गए। घरेलू सामान की दुकानों पर भारी भीड़ उमड़ी। जमीन व फ्लैट की रजिस्ट्री और बकुिंग भी हुई।
जासं, धनबाद/ बोकारो। कोरोना के प्रभाव से बाहर निकल रहे बाजार में धनतरेस का प्रभाव दिखा। एक अनुमान के मुताबिक झारखंड के धनबाद और बोकारो जिले में लगभग 500 करोड़ का कारोबार हुआ। एक तरफ बेचनेवाले मालामाल हुए तो दूसरी तरफ खरीदारी करनेवाले भी अपनी-अपनी पसंद की चीजें खरीद कर निहाल हो गए। मंगलवार को लगभग 5 हजार वाहनों की बिक्री हुई। इलेक्ट्रिक स्कूटर की बिक्री खूब हुई। गहने की दुकान पर चांदी के सिक्के बिके तो गहने भी खरीदे गए। घरेलू सामान की की दुकानों पर भारी भीड़ उमड़ी। जमीन व फ्लैट की रजिस्ट्री व बुकिंग भी हुई। धनबाद शहर के हीरापुर, बैंक मोड़, पुराना बाजार, बरटांड में तो खरीदारी करने वाले इतनी भीड़ उमड़ी की सड़क का पता ही नहीं चल रहा था।
धनबाद के धनतेरस बाजार में पिछले साल का टूट गया रिकार्ड
धनतेरस पर धनबाद के बाजारों में इस बार जमकर भीड़ उमड़ी। पिछले साल जहां 300 करोड़ का धनबाद में कारोबार हुआ था। वहीं इस बार आंकड़ा 339 करोड़ 50 लाख तक जा पहुंचा है। चैंबर आफ कामर्स के एक पदाधिकारी के पिछली बार से इस बार बेहतर कारोबार हुआ।
- सोना चांदी आभूषण : 125 करोड़
- रियल स्टेट : 80 करोड़
- आटोमोबाइल : 70 करोड़
- इलेक्ट्रानिक्स उपकरण : 35 करोड़
- मिठाई : 10 करोड़
- होम एप्लायंस : 8 करोड़
- फर्नीचर व्यवसाय : 8 करोड़
- लाइट व सजावटी सामान : 3 करोड़
- झाड़ू : 50 लाख
बोकारो में 200 करोड़ से ज्यादा का कारोबार
बोकारो में धनतेरस के मौके पर बाजार में उत्साह रहा। गत वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष बाजार अच्छा गया। करीब दौ सौ करोड़ रुपये का कारोबार धनतेरस पर हुआ। एक अनुमान के मुताबिक लगभग 500 चार पहिया तथा विभिन्न कंपनियों के 1500 से अधिक दोपहिया वाहनों की बिक्री हुई। चैंबर आफ कामर्स के संजय वैद ने बताया कि पिछले वर्ष की तुलना में इस साल खरीदारी ज्यादा हुई। इस साल बाजार में उत्साह है। अच्छा कारोबार होने की संभावना है। हालांकि डेढ़ वर्ष में जो नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई एक त्योहार में संभव नहीं है। इसके बावजूद सुधार देखने को मिल रहा है। यह शुभ संकेत दे रहा ह।