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नियमों को ताक पर रख बच्चों में कोरोना बांट रहे कोचिंग संचालक, 100 से अधिक संस्थान हर दिन ले रहे क्लास Dhanbad News

कोविड-19 को लेकर सरकार के निर्देशों की धज्जियां उड़ाते हुए धनबाद जिले में 100 से अधिक कोचिंग हर दिन खुल रहे हैं। कोचिंग संचालक एक बेंच पर पांच से सात बच्चों को बिठाकर पढ़ा रहे हैं।

By Sagar SinghEdited By: Published: Fri, 07 Aug 2020 01:27 PM (IST)Updated: Fri, 07 Aug 2020 05:30 PM (IST)
नियमों को ताक पर रख बच्चों में कोरोना बांट रहे कोचिंग संचालक, 100 से अधिक संस्थान हर दिन ले रहे क्लास Dhanbad News
नियमों को ताक पर रख बच्चों में कोरोना बांट रहे कोचिंग संचालक, 100 से अधिक संस्थान हर दिन ले रहे क्लास Dhanbad News

धनबाद, [आशीष सिंह]। कोविड-19 संक्रमण आम से लेकर खास, हर किसी को अपनी गिरफ्त में ले रहा है। धनबाद में भी यह तेजी से अपने पैर पसार रहा है। घर में रहें सुरक्षित रहें को नारा भी दिया जा रहा है। बावजूद एक वर्ग ऐसा भी है जो इन चीजों को नजरअंदाज कर नौनिहालों की जान से खिलवाड़ कर रहा है। कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव को लेकर सभी स्कूल, कोचिंग, कॉलेज व निजी शिक्षण संस्थान को बंद करने का निर्देश है। लेकिन, जिले में संचालित कोचिंग संस्थान सरकार के आदेश की धज्जियां उड़ा रहे हैं। बच्चों को बुला भी रहे हैं और धड़ल्ले से क्लास भी करवा रहे हैं।

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कई चौक-चौराहों एवं गली-मोहल्लों में चल रहे कोचिंग संस्थानों में सुबह छात्र-छात्राएं पढ़ते नजर आ रहे हैं। हालांकि कई बड़े संस्थानों ने कोचिंग को बंद कर रखा है, लेकिन छोटे और बिना रजिस्ट्रेशल वाले कोचिंग चोरी-छिपे अपनी दुकानदारी चला रहे हैं। सिलेबस को पूरा कराने के नाम पर संस्थानों ने कोचिंग खोल रखा है। एक-एक बेंच पर पांच से सात बच्चों को एकसाथ बिठाकर पढ़ा रहे हैं। बच्चों को मास्क भी पहनने के लिए भी जोर नहीं दिया जा रहा है। सुरक्षा मानकों की भी घोर अनदेखी की जा रही है।

सुबह कोचिंग जाते छात्र-छात्राओं ने बताया कि सर ने सिलेबस जल्द पूरा हो जाए, इसलिए कोचिंग में बुलाया है। इनमें वैसे कोचिंग सेंटरों की भरमार है जो बगैर रजिस्ट्रेशन संचालन कर रहे हैं। यह स्थिति शहर से लेकर झरिया-कतरास तक है। जिले में 250 से अधिक कोचिंग संस्थान हैं और इनमें से लगभग 100 कोचिंग नियमों का ताकपर रखा धड़ल्ले से खुल रहे हैं और बच्चों को पढ़ा भी रहे हैं। इस मामले में शिक्षा विभाग से लेकर जिला प्रशासन की मौन सहमति कभी भी विस्फोटक रूप ले सकती है।

  1. केस स्टडी : पंडित क्लीनिक रोड, टैगोर एकेडमी के पास एक कोचिंग संस्थान में एक साथ लगभग 35 बच्चे पढ़ रहे हैं। एक बेंच पर पांच बच्चे बैठे हैं। अगले बेंच पर भी इतने बच्चे बैठे हैं। दो ने मास्क पहना है तो बाकी बिना मास्क ही पढ़ने में मशगूल। कैमरे के फ्लैश चमकते ही शिक्षक ने कहा आइए बैठकर बात कर लेते हैं।
  2. केस स्टडी : श्रीराम प्लाजा बैंक मोड़, प्रथम तल पर ही कोचिंग खुला था, लगभग 22 बच्चे पढ़ने में तल्लीन। पूछताछ में बताया कि आज ही बुलाया था, बच्चों को कुछ डाउट था। कल से नहीं बुलाएंगे। बच्चे भी हड़बड़ा कर उठ खड़े हुए। शिक्षक ने भी हाथ में ली किताब बंद कर दी। तस्वीर लेने से रोक दिया।
  3. केस स्टडी : शक्ति मार्केट भूली, लगभग पांच कोचिंग संस्थान खुले मिले। सभी में बच्चे पढ़ रहे थे। सुरक्षा नियमों की अनदेखी। अधिकतर बच्चों ने मास्क भी नहीं पहन रखा था। यहां सुबह नौ से साढ़े 11 बजे तक बच्चों को पढ़ने के लिए बुलाया जाता है।

किस क्षेत्र में कितने कोचिंग खुले :

  • जगह                       संख्या
  • बैंक मोड़                   11
  • मनईटांड़                   12
  • हीरापुर                      14
  • पुराना बाजार              17
  • सरायढेला                  18
  • बरटांड़                      12
  • राजगंज                     28
  • गोविंदपुर                   14
  • जोड़ापोखर-झरिया       22
  • बलियापुर                   18
  • भूली                          21
  • पंचगढ़ी-कतरास          22

किसी भी संस्थान को खोलने की अनुमति नहीं दी गई है। यदि कोई ऐसा कर रहा है तो यह गलत है। जिला प्रशासन छापेमारी करेगा और कोचिंग का संचालन करते पाए जाने पर आपदा अधिनियम के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी। कोविड संक्रमण में सभी को एहतियात बरतने का निर्देश दिया गया है न कि इसे बढ़ाना है। - राज महेश्वरम, एसडीओ। 


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