संगीनों के साए में कनकनी में शुरू हुआ आउटसोर्सिंग कंपनी राम अवतार का काम
लोयाबाद- सिजुआ संगीनों के साए में सिजुआ क्षेत्र के कनकनी कोलियरी में मंगलवार को आउटसोसि
लोयाबाद- सिजुआ : संगीनों के साए में सिजुआ क्षेत्र के कनकनी कोलियरी में मंगलवार को आउटसोर्सिंग कंपनी राम अवतार ने उत्खनन कार्य शुरू किया। जोगता थाना क्षेत्र में पड़ने वाले कनकनी मौजा की भूमि पर ओबी हटाकर रास्ता बनाना शुरू किया। कंपनी का काम शांतिपूर्ण ढंग से चालू कराने के लिए एसडीएम प्रेम कुमार तिवारी, एएसपी मनोज स्वर्गियारी, पुटकी सीओ सुब्रा रानी सहित कई थाने व जिला पुलिस बल सदस्य तैनात थे।
कांग्रेस के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष जलेश्वर महतो के समर्थकों ने रोजगार की मांग करते हुए कंपनी द्वारा काम चालू किए जाने का कड़ा विरोध किया। पुलिस ने निषेधाज्ञा उल्लंघन के आरोप में 80 बंद समर्थकों को हिरासत में लिया। इसके बाद आंदोलन समाप्त हो गया। कंपनी के जीएम ने फोन पर जलेश्वर महतो को उनके प्रतिनिधियों के साथ वार्ता कर हल निकालने का आश्वासन दिया। आउटसोर्सिंग कंपनी ने कनकनी मौजा के जोगता थाना क्षेत्र में पड़ने वाली भूमि पर ओबी हटाकर रास्ता बनाने के लिए एक मशीन व चार वोल्वो उतारा था। आउटसोर्सिंग प्रबंधन के अलावा बीसीसीएल के अधिकारी कार्य स्थल पर मौजूद थे। देर शाम निजी मुचलके पर हिरासत में लिए गए लोगों को थाना से मुक्त किया गया। हर आने-जानेवाले की तलाशी :
पूर्व की घटनाओं से सबक लेते हुए पुलिस प्रशासन ने पूरी तैयारी कर रखी थी। रैयत व विभिन्न राजनीतिक दलों की ओर से कार्य में बाधा पहुंचाने की आशंका को देखते हुए लोयाबाद थाना के सामने मदनाडीह, कनकनी सेंद्रा नदी, तालतल्ला, जोगता 11 नंबर, तेतुलमुड़ी मजार के पास पुलिस बल तैनात थी। इन रास्तों से होकर जो लोग गुजर रहे थे पुलिस उसकी तलाशी ले रही थी। सुबह करीब 10 बजे आउटसोर्सिंग कंपनी की मशीन व वोल्वो सेंद्रा नदी के पास स्थित सीआइएसएफ चेकपोस्ट के पास पहुंची। पुलिस की निगरानी में वाहनों को कार्यस्थल तक पहुंचाया गया। पूरा इलाका छावनी में तब्दील था। पुलिस अधिकारी, पुलिस बल, सीआईएसएफ जवान तथा जिले की अतिरिक्त पुलिस बल मोर्चाबंदी किए हुए था। दिन के करीब 11 बजे कंपनी में रोजगार की मांग को लेकर जलेश्वर महतो के करीब 500 समर्थकों का जुटान मदनाडीह के पास हुआ। वहां से समर्थक जुलूस की शक्ल में रोजगार दो या जेल दो का नारा लगाते हुए कार्य को रोकने के लिए कार्य स्थल की ओर चले। पुलिस ने तीन जगहों पर बंद समर्थकों को रोका :
जुलूस की शक्ल में काम बंद कराने के लिए जा रहे लोगों को तीन जगहों पर पुलिस ने रोका। नहीं मानने पर बंद समर्थकों को गिरफ्तार कर लिया गया। करीब पांच घंटे तक पुलिस और बंद समर्थक आमने-सामने होते रहे। इस दौरान कई बार स्थिति तनावपूर्ण बनी। पुलिस पहले कांटा घर जाने वाले रास्ते के धनबाद-कतरास मुख्य मार्ग पर रोका। बंद समर्थकों का नेतृत्व कर रहे इम्तियाज अहमद, विकास सिंह, राहुल चौहान, मुकेश साव ने पुलिस के समक्ष कहा कि पहले कंपनी हमारे नेता जलेश्वर महतो से बात कर विस्थापितों व बेरोजगार युवकों का रोजगार सुनिश्चित करे। नहीं तो वे काम नहीं चलने देंगे। थोड़ी देर बाद बंद समर्थक पुलिस का घेरा तोड़ते हुए सेंद्रा पहुंच गए। पुलिस के रोकने पर वे वहीं सड़क पर धरना पर बैठ गए। पुलिस ने आंदोलनकारियों को आश्वस्त किया कि वे कंपनी के अधिकारियों और जलेश्वर महतो के बीच वार्ता कराने का प्रयास कर रहे हैं। काफी देर रुकने के बाद जब कोई नतीजा नहीं निकला तो आंदोलनकारी उग्र हो उठे और काम को बंद कराने के लिए नारेबाजी करते हुए कार्य स्थल की ओर बढ़ गए। इस बार पुलिस ने नदी से पहले बांस का बैरिकेड लगा दिया। पुलिस ने समझाने की काफी कोशिश की। बंद समर्थक नहीं माने तो निषेधाज्ञा उल्लंघन के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। आंदोलन में विकास सिंह, इम्तियाज अहमद, मुकेश साव, राहुल चौहान, राहुल पांडे, अंकी सिंह, रौशन पासवान, डब्लू पासवान, कारु गुप्ता, रामेश्वर तुरी, शिबलू खान, विष्णु महतो, विकास महतो, विशाल महतो, एहतेशाम अंसारी, आजाद अंसारी, मो. जमीर, अजय यादव, विनोद यादव आदि शामिल थे।
ड्रोन के जरिए निगरानी :
समर्थकों की गतिविधियों को कैमरे में कैद करने के लिए पुलिस ने ड्रोन कैमरा मंगाया था। जब तक बंद समर्थक डटे रहे ड्रोन कैमरे से लगातार निगरानी की जाती रही।
एसडीएम को बंद समर्थकों के सामने रुकना पड़ा :
आउटसोर्सिंग कंपनी का काम चालू करा कर एसडीएम प्रेम कुमार तिवारी और एएसपी मनोज स्वर्गियारी एक ही स्कार्पियो से सेंद्रा होकर धनबाद लौट रहे थे। सेंद्रा के पास सड़क पर बंद समर्थक धरना पर बैठे थे। आला अधिकारियों की गाड़ी रुक गई। मौके पर मौजूद पुलिस ने समझा बुझा कर लोगों को रास्ता से हटाया। लड़ने वाला ही जीतता है : जलेश्वर
जलेश्वर महतो अपने समर्थकों का हौसला बढ़ाने के लिए लोयाबाद पहुंचे। मौके पर उन्होंने कहा कि यदि विस्थापितों, रैयतों और स्थानीय बेरोजगार युवकों को रोजगार दिलाने के लिए उन्हें जेल भी जाना पड़े तो वे तैयार हैं। उन्होंने समर्थकों से कहा कि डरने की कोई जरूरत नहीं है। लड़ने वाला ही जीतता है। जलेश्वर महतो के समर्थकों के नियोजन को लेकर काम रोकने व धरना देने की जानकारी नहीं है। सोमवार को रैयतों से बातचीत हुई थी। बीसीसीएल और कंपनी के लोगों से बात कर समस्या का समाधान कराया जाएगा।
प्रेम कुमार तिवारी, एसडीएम