खनन विभाग ने पकड़ी वेस्ट मोदीडीह कोलियरी की स्टाॅक विवरणी में गड़बड़ी, 12 हजार टन कोयले का मिला अंतर
बीसीसीएल के कतरास एरिया की केशलपुर वेस्ट मोदीडीह कोलियरी में कोयला स्टाॅक की ओपनिंग-क्लोजिंग मासिक विवरणी में गड़बड़ी मिली है। खनन विभाग ने जब विवरणी के एक साल के रिकार्ड की जांच की तो गड़बड़ी उजागर हो गई।
आशीष अंबष्ठ, धनबाद: बीसीसीएल के कतरास एरिया की केशलपुर वेस्ट मोदीडीह कोलियरी में कोयला स्टाॅक की ओपनिंग-क्लोजिंग मासिक विवरणी में गड़बड़ी मिली है। खनन विभाग ने जब विवरणी के एक साल के रिकार्ड की जांच की तो गड़बड़ी उजागर हो गई। ओपनिंग व क्लोजिंग स्टाक में हर माह हजार टन से लेकर दो हजार टन तक का अंतर दिख रहा है। खनन विभाग ने मामला उजागर होने के बाद हर कोलियरी की मासिक विवरणी मांगी है।
राज्य सरकार को हुआ राजस्व का नुकसान
खनन विभाग को अंदेशा है कि ओपनिंग व क्लोजिंग स्टाॅक में गड़बड़ी कर खेल हो रहा है। हालांकि कोयला स्टाॅक में कितना हेरफेर हुआ है, जांच पूरी होने के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा। केशलपुर वेस्ट मोदीडीह कोलियरी में अब तक की जांच में विवरणी में दर्ज स्टाॅक की तुलना में 12 हजार टन कोयले का अंतर पकड़ में आया है। इस हेराफेरी से राज्य सरकार को राजस्व का नुकसान हुआ है। जिला खनन पदाधिकारी मिहिर सलकर व खान निरीक्षक राहुल कुमार ने अप्रैल 2021 से जून 2022 तक की मासिक विवरणी की जांच की है।
खनन विभाग ने इसे गंभीरता से लेकर पांच अगस्त को बीसीसीएल के संबंधित अधिकारी को कार्यालय में तलब किया है। उनसे केशलपुर वेस्ट मोदीडीह कोलियरी के वास्तविक उत्पादन एवं प्रेषण की मात्रा, प्रेषित कोयले के भुगतान समेत अन्य विवरण मांगा है। विभाग की नजर अब भौंरा, लोदना, कुसुंडा, चांच विक्टोरिया, मुनीडीह बरोरा, ब्लॉक टू की कोलियरी व परियोजनाओं पर भी है।
बीसीसीएल की हर कोलियरी के ओपनिंग व क्लोजिंग स्टॉक की होगी जांच
इस संबंध में धनबाद के जिला खनन पदाधिकारी मिहिर सलकर ने कहा कि केशलपुर वेस्ट मोदीडीह कोलियरी के कोयला स्टाॅक के ओपनिंग-क्लोजिंग स्टाॅक की मासिक पंजी में गड़बड़ी मिली है। मंगलवार को इस मामले में नोटिस जारी किया है। बीसीसीएल की हर कोलियरी के ओपनिंग व क्लोजिग स्टाॅक की जांच अब होगी।