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रेडियोलॉजी संस्थानों के प्रबंधकों के साथ बैठक में डीसी बोले- व्यापार से पहले नागरिकों की भलाई का सोचें

धनबाद जिला अंतर्गत सभी रेडियोलॉजी संस्थान के संचालकों प्रभारियों एवं लैब टेक्नीशियन को उनके संस्थान अंतर्गत जांच कराने वाले सभी लोगों की समेकित विवरणी एवं डायग्नोसिस रिपोर्ट प्रतिदिन नोडल पदाधिकारी आइडीएसपी सेल को भेजने का आदेश दिया गया था।

By Deepak Kumar PandeyEdited By: Published: Fri, 09 Apr 2021 05:15 PM (IST)Updated: Fri, 09 Apr 2021 05:15 PM (IST)
रेडियोलॉजी संस्थानों के प्रबंधकों के साथ बैठक में डीसी बोले- व्यापार से पहले नागरिकों की भलाई का सोचें
शुक्रवार को समाहरणालय सभाकक्ष में चिकित्सकों के साथ बैठक करते उपायुक्त उमाशंकर सिंह।

जागरण संवाददाता, धनबाद: सभी रेडियोलॉजी संस्थान व्यापार से पहले नागरिकों के भलाई के विषय में सोचें। लोगों को सुरक्षित रखना तथा उनका उचित समय पर उचित इलाज सुनिश्चित करना हमारा सबसे बड़ा कर्तव्य है। यह बातें उपायुक्त सह अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद उमा शंकर सिंह ने आज जिला अंतर्गत संचालित रेडियोलोजी संस्थानों के प्रबंधकों के आयोजित बैठक में कही।

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उन्होंने कहा कि धनबाद जिला अंतर्गत सभी रेडियोलॉजी संस्थान के संचालकों, प्रभारियों एवं लैब टेक्नीशियन को उनके संस्थान अंतर्गत जांच कराने वाले सभी लोगों की समेकित विवरणी एवं डायग्नोसिस रिपोर्ट प्रतिदिन नोडल पदाधिकारी, आइडीएसपी सेल को भेजने का आदेश दिया गया था।

उन्होंने बताया कि प्राप्त सूचना अनुसार बहुत सारे संक्रमण के लक्षण वाले लोग अब भी जिला अंतर्गत विभिन्न रेडियोलॉजी केंद्रों में सिटी स्कैन के माध्यम से संक्रमण की जांच करा रहे हैं एवं इसकी सूचना आईडीएसपी सेल धनबाद से साझा नहीं की जा रही है। उक्त कृत्य कोरोना महामारी के संक्रमण को बढ़ा सकता है। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार धनबाद में इसे अत्यंत गंभीरता से लिया है।

उपायुक्त ने बताया कि विगत दिनों में धनबाद जिला अंतर्गत कोरोना महामारी संक्रमण की रफ्तार में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। कोरोना संक्रमण के उचित प्रबंधन हेतु आवश्यक है कि मरीजों को ससमय जांच एवं उचित उपचार उपलब्ध कराया जाए। बैठक में उपायुक्त ने कहा कि सभी संस्थान अपनी जिम्मेदारियों को समझें। दिशानिर्देशों तथा नियमों का अक्षरशः पालन सुनिश्चित करें। एक साथ कदम से कदम मिलाकर चलने से ही हम महामारी से लड़ सकते हैं।

उन्होंने सभी संस्थान प्रबंधकों से स्पष्ट शब्दों में कहा कि व्यापार से पहले नागरिकों के भलाई के विषय में सोचें। लोगों को सुरक्षित रखना तथा उनका उचित समय पर उचित इलाज सुनिश्चित करना हमारा सबसे बड़ा कर्तव्य है।

उपायुक्त ने आईडीएसपी के नोडल पदाधिकारी डॉ राजकुमार सिंह को एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर सभी संस्थान प्रबंधकों को उस में जोड़ने का निर्देश दिया। साथ ही सभी संस्थान प्रबंधकों को उक्त व्हाट्सएप ग्रुप पर आवश्यक विवरण समय-समय पर अपडेट करने का निर्देश दिया।

उन्होंने कहा कि लोगों के सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। जांच के क्रम में यदि कोई व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाए जाएंगे अविलंब जांच घर बंद कर सैनिटाइजेशन करना सुनिश्चित करें। तत्पश्चात अन्य किसी व्यक्ति की जांच करें।

बैठक के दौरान उपायुक्त ने सभी संस्थान प्रबंध को से उनके संस्थान अंतर्गत कार्यरत सभी कर्मियों का आरटी-पीसीआर जांच कराने का निर्देश दिया। साथ ही 15 दिनों के बाद पुनः बैठक कर कार्यों की समीक्षा करने की बात कही।

उन्होंने बताया कि आदेश की लापरवाही एवं उदासीनता तथा निर्देशों का अनुपालन नहीं किए जाने पर दोषियों के विरुद्ध आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 की सुसंगत धाराओं के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

बैठक में उपायुक्त उमाशंकर सिंह, एडीएम लॉ एंड ऑर्डर चंदन कुमार, सिविल सर्जन डॉ गोपाल दास, आईडीएसपी नोडल डॉक्टर राजकुमार, जिला आपदा प्रबंधक संजय झा, डीएमएफटी पीएमयू के श्री नितिन पाठक एवं शुभम सिंघल तथा सभी रेडियोलॉजी संस्थानों के प्रतिनिधि सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।


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