खरमास के बाद कल से गूंजेगी शहनाई की आवाज, सौ लोग ही होंगे शामिल
खरमास के बाद शादी के लिए शुभ लगन का इंतजार हुआ खत्म। क्योंकि शुभ लग्न की शुभ घड़ी 22 जनवरी से प्रारंभ हो रही है। वैसे तो कोरोना के कारण जिले में शादियां बेहद कम हुई हैं। जो भी कर रहे है सादगी तरीके से कर रहे है।
जागरण संवाददाता, धनबादः खरमास के बाद शादी के लिए शुभ लगन का इंतजार हुआ खत्म। क्योंकि शुभ लग्न की शुभ घड़ी 22 जनवरी से प्रारंभ हो रही है। वैसे तो कोरोना के कारण जिले में शादियां बेहद कम हुई हैं। जो भी कर रहे है सादगी तरीके से कर रहे है। पिछले साल भी कोरोना के कारण बेहद कम शादियां हुई। उसमें भी मेहमान कम बुलाने के लिए सरकार की ओर से गाइडलाइन जारी की गई थी। इस बार भी सिर्फ सौ लोगों को ही शामिल होने की अनुमति दी गई है। कई लोगों के लड़का पक्ष या लड़की पक्ष दूसरे राज्यों में रहते हैं। वे लोग शादियां टाल भी रहे हैं। वे लोग कोरोना संक्रमण कम होने का इंतजार कर रहे हैं। इस वक्त जिले में प्रतिदिन संक्रमित मरीजों की संख्या पाई जा रही है। जिस कारण शादियों में मेहमान भी कम आना पसंद कर रहे हैं।
कपड़ों की बिक्री में आई कमी
इस वक्त कोरोना के कारण शादियों की खरीदारी में भी लोग अधिक रुचि नहीं दिखा रहे हैं। इसलिए कपड़ों के कारोबारी भी नए आईटम नहीं मंगा रहे हैं। कपड़ा कारोबारी नलीन गोयल ने बताया कि पहले जिस परिवार में शादी होती थी पूरे परिवार के सदस्य नए कपड़े खरीदते थे। लेकिन इस वक्त गिने चुने लोग हैं ऐसे मौके पर नए कपड़े की खरीदारी कर रहे हैं। उसमें भी सरकारी आदेश के अनुसार मेहमानों की संख्या सीमित है। जिस कारण कपड़ों की बिक्री में कमी आ गई है।
मेहमानों की संख्या सीमित होने डेकोरेटर्स कैटरिंग को भारी नुकसान
शादियों में मेहमानों की संख्या सौ लोग होने से डेकोरेटर्स व कैटरिंग व्यवसाय को भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है। इसमें भी कई लोग कोरोना संक्रमण के कारण शादी की तिथि टाल रहे हैं। जिससे होटल, टैंट और कैटरिंग के कारोबार को करोड़ों रूपये का नुकसान झेलना पड़ रहा है है। बैंड वालों को भी भारी नुकसान उठाना पड़ा है।
इस साल शादी के शुभ मुहूर्त
-जनवरी : 22, 23, 24 व 25
-फरवरी : 5, 6, 7, 8, 9, 10, 18, 19, 20
-मार्च : कोई मुहूर्त नहीं
-अप्रैल : 15, 16, 19, 20, 21, 22, 23, 24, 27
-मई : 2, 3, 4, 9, 10, 11, 12, 16, 17, 18, 20, 21, 26, 27, 31
-जून : 1, 6, 8, 10, 11,13, 20, 21, 23
-जुलाई : 3, 4 ,5 ,6 7,8,9, 14, 18, 19, 20, 21, 23, 24, 25, 30, 31
-अगस्त : 1, 2, 3, 5, 9, 11, 14, 15, 19, 20,21, 28
-सितंबर : 1, 4, 5, 6, 7, 8, 26, 27
-अक्तूबर : कोई मुहूर्त नहीं
-नवंबर : कोई मुहूर्त नहीं
-दिसंबर : 2, 4, 7, 8, 9 व 14