200 से अधिक योजनाओं में गड़बड़झाला, एक करोड़ की हेराफेरी
जागरण टीम, कतरास-बाघमारा : बाघमारा प्रखंड की 33 पंचायतों में शनिवार को मनरेगा की जनस
जागरण टीम, कतरास-बाघमारा : बाघमारा प्रखंड की 33 पंचायतों में शनिवार को मनरेगा की जनसुनवाई हुई। सामाजिक अंकेक्षण टीम ने 200 से अधिक योजनाओं में हुए गड़बड़झाले की पोल खोल कर रख दी। गरीबों की जीविका को सुदृढ करने वाली योजनाओं में एक करोड़ रुपये से अधिक की हेराफेरी सामने आई है। अब प्रखंड स्तरीय जनसुनवाई में इसका निपटारा किया जाएगा।
जनसुनवाई में दलुडीह, हरिणा, कंचनपुर, खानूडीह, धर्माबांध आदि पंचायतों में अधिक शिकायतें सामने आई। कहीं लाभुकों की जानकारी के बगैर ही उसके नाम से योजना का चयन हो गया और राशि की निकासी भी हो गई। कहीं मृत व्यक्ति के नाम से योजना दिखाकर पैसे की निकासी की गई है। सिर्फ कागजी घोड़ा दौड़ा कर कुछ पंचायतों के मुखिया, रोजगार सेवक पंचायत सेवक सरकार के सभी निर्देशों की धज्जियां उड़ाने में लगे हैं। व्यक्तिगत लाभ की योजनाओं में लाभुक को भुगतान नही कर वेंडर को दिए जाने के चलते यह गड़बड़ियां हुई हैं। वेडर भी जांच के दायरे में आ गए हैं। सिजुआ: कंचनपुर, मालकेरा उत्तर व दक्षिण पंचायत सचिवालय में शनिवार को जनसुनवाई के दौरान 2017-18 में कार्यान्वित योजनाओं में सामाजिक अंकेक्षण के दौरान मिली गड़बड़ियों को जूरी व ग्रामीणों के समक्ष रखा गया। जूरी ने जेई, रोजगार सेवक पर जुर्माना लगाने का निर्णय सुनाया।
कंचनपुर में पंचायत में जनसुनवाई की शुरुआत ही हंगामे से हुई। जूरी सदस्य के रूप में मनरेगा मजदूर चुनने के मुद्दे पर माहौल गरमा गया। पहले तो एक भी मजदूर सामने नहीं आया। कुछ देर के बाद शाहिद नामक युवक सामने आया तो लोगों ने उसका विरोध कर दिया। आखिरकार बगैर मजदूर के चयन के ही चार सदस्यों के साथ सुनवाई शुरु हुई। केशरगढ़ में 14 लाख की गड़बड़ी मिली
बाघमारा: केशरगढ़ पंचायत में सुनवाई के दौरान काफी हो हंगामा हुआ। यहां करीब 14 लाख रुपये की गड़बड़ी सामने आई। ऑडिट टीम ने वित्तीय वर्ष 17- 18 में मनरेगा के तहत 53 योजना ली गई, जिसमें 28 लाख रुपये की निकासी की गई है। बकरी तथा मुर्गी शेड में 47 योजना थी। करीब हर योजना में 52 हजार रुपये के हिसाब से निकासी कर ली गई है। जब लाभुकों से पूछा तो सभी ने 30 हजार रुपये मिलने की बात कही है। सिदपोखी के पहलवान पासवान ने कहा कि उसके नाम से बकरी शेड है इसका पता आज यहां आया तब चला। दरिदा में मृत व्यक्ति के नाम पर राशि की निकासी
बरोरा: दरिदा पंचायत में मृत व्यक्ति के नाम से राशि निकासी कर लेने का मामला सामने आया। पुराने डोभा को दिखाकर रुपया निकासी तथा समतलीकरण पर पैसे के बंदरबांट की बात सामने आई है। दरिदा में जूरी के सामने 47 मामले रखे गए। हरणा में पुलिस की मौजूदगी में सुनवाई हुई। यहां 38 योजना धरातल पर नही मिले। बेहराकुदर में 109 योजनाओं के भौतिक सत्यापन के बाद जनसुनवाई की गई। कई मामलों में आधा अधूरा काम कर पूरा पैसा निकासी कर लेने का मामला सामने आया। महुदा में अधिक निकासी के मामले मिले, वसूली का फरमान सुनाया
महुदा: महुदा क्षेत्र में कई जगह अधिक रुपये की निकासी किए जाने की बात सामने आयी, जिसकी वसूली की जाएगी। बागड़ा पंचायत में मनरेगा के तहत तालाब मरम्मत में 17 हजार रुपये की अधिक निकासी की गयी है, जिसका वसूली का फरमान जारी किया गया। पदुगोड़ा पंचायत में खाता बही सही नहीं रहने के कारण पंचायत सेवक को 12 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया। कांड्रा पंचायत में भी रोजगार सेवक पर पांच रुपये का जुर्माना लगाया। ----------------
हंगामे के बीच दलुडीह में जनसुनवाई स्थगित
राजगंज: ग्रामीणों के हंगामे के बाद दलूडीह पंचायत सचिवालय में जनसुनवाई स्थगित कर दी गई। 12 गांवों के लोगों ने अंकेक्षक टीम से लाभुकों के नाम से फर्जीवाड़ा कर राशि निकाल लेने की शिकायत कर रहे थे। ग्रामीण उग्र होकर संबंधित टीम को घेरकर न्याय करने की बात कह रहे थे। हंगामे की सूचना मिलने के बाद राजगंज पुलिस पहुंची। पुलिस ने टीम से बात कर लोगों की समस्या को दर्ज करने को कहा। इसके बाद पंचायत के तीन दर्जन से अधिक लाभुक योजना के नाम से पैसे निकाल लेने की लिखित शिकायत दर्ज कराई। शाम होने के कारण जनसुनवाई स्थगित करने का निर्णय लाया गया। एक करोड़ के कार्य पास, जमीन पर 28 हजार की योजनाएं संचालित
सोशल ऑडिट टीम के लीडर कुलदीप मिश्रा ने बताया कि कुल 323 मनरेगा योजनाओं की जांच की गई। राज्य से प्राप्त एमआइएस के अनुसार अंकेक्षण किया गया, जिसमें 72 योजनाएं धरातल पर नहीं दिखीं। एक करोड़ के कार्य में मात्र 28 हजार की योजनाएं धरातल पर संचालित मिलीं। जानकारी हो कि दलुडीह पंचायत में मनरेगा के अलावा 14वें वित्त व प्रधानमंत्री आवास में लाखों रुपये अवैध निकासी का मामला पूर्व में सामने आ चुका है।