भाजपा में ग्रामीण जिला कमेटी के गठन को हरी झंडी, वाजपेयी बनाए गए पहले संगठन प्रभारी Dhanbad News
धनबाद शहरी जिला कमेटी के प्रभारी झाविमो में बाबूलाल मरांडी के करीबी रहे अभय सिंह को सौंपा गया है। धनबाद ग्रामीण का पहला प्रभारी मनोज कुमार महतो उर्फ वाजपेयी को बनाया गया है।
धनबाद, जेएनएन। भाजपा प्रदेश कमेती की ओर से शुक्रवार को जारी सूची से यह तय हो चुका है कि अब यहां दो जिला कमेटियां बनेंगी। लगभग डेढ़ दशक से ग्रामीण जिलाध्यक्ष बनाने व जिला कमेटी का गठन करने की योजना को अमली जामा पहना दिया गया है। प्राथमिक स्तर पर धनबाद शहरी व ग्रामीण दोनों के प्रभारियों की घोषणा कर दी गई है। धनबाद शहरी जिला कमेटी के प्रभारी झाविमो में बाबूलाल मरांडी के करीबी रहे अभय सिंह को सौंपा गया है। धनबाद ग्रामीण के पहले प्रभारी होने का मौका मनोज कुमार महतो उर्फ वाजपेयी को मिला है। वे पलामू के भाजपा कार्यकर्ता हैं।
बताया जाता है कि दो जिला कमेटियां बनाने को लेकर ही धनबाद जिला अध्यक्ष की घोषणा नहीं की गई है। पूर्व में जिला अध्यक्ष के लिए जब रायशुमारी की गई थी तो सिर्फ एक ही अध्यक्ष बनाने की चर्चा थी। रायशुमारी करने आए आदित्य साहू व राज पलिवार ने तब कहा था कि जिला कमेटी गठन के बाद ही ग्रामीण कमेटी बनाने पर चर्चा होगी।
ग्रामीण जिलाध्यक्ष के पास होंगे ये इलाके : ग्रामीण जिलाध्यक्ष के पास सिंदरी, निरसा व टुंडी विधानसभा क्षेत्र के इलाके होंगे। शहरी जिला कमेटी में धनबाद, झरिया व बाघमारा को रखा गया है। हालांकि अब इसका भी विरोध शुरू हो गया है। कुछ नेताओं का मानना है कि इससे दोनों ही कमेटियों के पास गिरिडीह लोकसभा में ऊर्जा लगाने की पुरानी समस्या बरकरार रहेगी।
अब परिसीमन पर जिच : डेढ़ दशक तक ग्रामीण जिला कमेटी बनाने पर जिच थी। अबकी बार जब प्रदेश कमेटी ने घोषित कर दिया कि दो कमेटी बनेगी तो अब परिसीमन पर जिच है। पूर्व प्रदेश महामंत्री व धनबाद प्रभारी रहे राजमहल के विधायक अनंत ओझा ने धनबाद शहरी जिला कमेटी में धनबाद, झरिया व सिंदरी विधानसभा सीटों को शामिल किया था। ग्रामीण के लिए उन्होंने बाघमारा, टुंडी व निरसा विस क्षेत्रों को चिह्नित किया था। इस बार इस क्षेत्र को बदल दिया गया है।
अब ग्रामीण जिलाध्यक्ष के लिए लामबंदी : ग्रामीण जिला अध्यक्ष के प्रभारी की घोषणा के साथ ही कई नेताओं की बांछें खिल गई हैैं। ग्रामीण जिला अध्यक्ष पद के लिए उन्होंने लामबंदी शुरू कर दी है। पहले ग्रामीण क्षेत्र के इन नेताओं को नेतृत्व का अवसर नहीं मिलने से वे स्थानीय को नेतृत्व देने की मांग करते रहते थे। अब जिन नेताओं ने लामबंदी शुरू की है उनमें रामप्रसाद महतो, विक्रम उपाध्याय, ज्ञानरंजन सिन्हा, संजय सिंह, महादेव कुंभकार, विपिन दां, विक्रम उपाध्याय, जयप्रकाश सिंह प्रमुख हैैं।
प्रदेश अध्यक्ष ने प्रदेश कमेटी घोषित कर दी है। कई जिला अध्यक्षों की घोषणा भी कर दी गई है। जो बचे हैैं उनकी भी घोषणा जल्द ही हो जाएगी। यह सब संगठनात्मक प्रक्रिया है। कोई विशेष कारण नहीं। - धर्मपाल, प्रदेश संगठन मंत्री, भाजपा।