Dhanbad Coronavirus News Update: धनबाद जिला प्रशासन का मेडिकल बुलेटिन बंद, कोरोना की सही तस्वीर नहीं आ रही सामने
Dhanbad Coronavirus News Update धनबाद जिले में 16 अप्रैल 2020 को कोरोना का पहला केस सामने आया था। इसके बाद से ही जिला प्रशासन ने मेडिकल बुलेटिन की व्यवस्था की।
धनबाद, जेएनएन। Dhanbad Coronavirus News Update धनबाद जिला प्रशासन ने कोरोना संक्रमण का मेडिकल बुलेटिन बंद कर दिया है। 11 अगस्त, 2020 के बाद मेडिकल बुलेटिन जारी नहीं हुआ है। इससे कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज, स्वस्थ मरीज और मरने वालों की सही तस्वीर सामने नहीं आ रही है। जिला प्रशासन की तरफ अब तक मेडिकल बुलेटिन बंद करने का कोई कारण नहीं बताया गया है। इसे लेकर तरह-तरह के सवाल उठ रहे हैं। क्या प्रशासन कोरोना वायरस से प्रभावित की सही संख्या बताना नहीं चाहता है।
- जिला जनसंपर्क कार्यालय, धनबाद: 11 अगस्त 2020
- प्रेस विज्ञप्ति : मेडिकल बुलेटिन
- स्क्रीनिंग किए गए लोगों की संख्या : 1314
- होम क्वारंटाइन में रखे लोगों की संख्या : 45
- स्टैंपिंग किए गए लोगों की संख्या : 407
- इंस्टीट्यशनल क्वारंटाइन
- सदर अस्पताल : 00
- पीएमसीएच : 10
- एसएसएलएनटी : 00
- रेलवे अस्पताल : 06
- कुल : 16
- आईसोलेशन : 05
- स्वाब सैंपल
- पीएमसीएच : 10
- सदर अस्पताल : 211
- बाघमारा : 05
- टुंडी : 00
- कुल : 226
- कुल पोजिटिव केस : 1475
- एक्टिव केस : 303
- संक्रमण से ठीक हुए : 1113
- निधन : 25
17 अप्रैल, 2020 से जारी था मेडिकल बुलेटिन
धनबाद जिले में 16 अप्रैल, 2020 को कोरोना का पहला केस सामने आया था। इसके बाद से ही जिला प्रशासन ने मेडिकल बुलेटिन की व्यवस्था की। हर शाम मेडिकल बुलेटिन जारी होता था। इससे कोरोना से प्रभावितों की सही तस्वीर सामने आती थी। 11 अगस्त के बाद से मेडिकल बुलेटिन जारी नहीं किया गया है। दूसरी तरफ IDSP धनबाद की तरफ से एक मेडिकल बुलेटिन जारी होता है। इसमें सिर्फ नए मरीजों की संख्या रहती है। 15 अगस्त को जारी बुलेटिन के अनुसार धनबाद में 17 नए कोरोना पॉजिटिव केस मिले हैं।
भाजपा ने लगाया आंकड़ा छिपाने की आरोप
कोरोना वायरस से संक्रमण की संख्या को लेकर राजनीति होती रही है। मेडिकल बुलेटिन बंद होने के बाद धनबाद के भाजपा नेता रमेश कुमार राही ने कोरोना का आंकड़ा छिपाने का आरोप लगाया गया है। उन्होंने कहा है कि न सिर्फ धनबाद बल्कि पूरे झारखंड में कोरोना की सही तस्वीर सामने नहीं आ रही है। राज्य सरकार की तरफ से ही अधिकारियों के ऊपर कोरोना का आंकड़ा छिपाने का दबाव है।