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Hrad Action: एसएसपी असीम के जाल में फंसा बंगाल का कोयला माफिया लाला-मंडल, अब सीबीआइ व ईडी के शिकंजे में

पश्चिम बंगाल में अवैध कोयला का साम्राज्य खड़ा करने वाला अनूप मांझी उर्फ लाला और जयदेव मंडल आज सीबीआइ और ईडी के शिकंजे में आ चुके हैं। इनका यह काला साम्राज्य ठप हो चुका है। इन दोनों के खिलाफ अब तक हुई कार्रवाई में

By Atul SinghEdited By: Published: Sat, 28 Nov 2020 10:58 AM (IST)Updated: Sat, 28 Nov 2020 10:58 AM (IST)
Hrad Action: एसएसपी असीम के जाल में फंसा बंगाल का कोयला माफिया लाला-मंडल,  अब सीबीआइ व ईडी के शिकंजे में
अनूप मांझी उर्फ लाला और जयदेव मंडल आज सीबीआइ और ईडी के शिकंजे में

बलवंत कुमार, धनबाद : पश्चिम बंगाल में अवैध कोयला का साम्राज्य खड़ा करने वाला अनूप मांझी उर्फ लाला और जयदेव मंडल आज सीबीआइ और ईडी के शिकंजे में आ चुके हैं। इनका यह काला साम्राज्य ठप हो चुका है। इन दोनों के खिलाफ अब तक हुई कार्रवाई में सबसे बड़ा हाथ धनबाद पुलिस का रहा है। एसएसपी असीम विक्रांत मिंज के जाल में फंसने के कारण ही लाला और मंडल का यह हाल हुआ है।

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धनबाद पुलिस ने बिछाया था जाल : लाल और मंडल के कारनामों को उजागर करने के लिए धनबाद पुलिस ने ही जाल बिछाया था। एसएसपी मिंज ने अवैध कोयला लेकर जा रहे नौ ट्रकों को पकड़ा था। इन ट्रकों को पकड़ने के लिए जीटी रोड़ पर एक नक्ली ट्राफिक जाम बनाया गया। पुलिस को लाला और मंडल की तलाश थी, लेकिन इस जाल में बंगाल से उत्तर प्रदेश भेजा जा रहा चोरी के कोयला से लोड नौ ट्रकों को पकड़ा गया। इन ट्रकों की जब्ती के बाद लाल और मंडल के इस काले साम्राज्य का उद्भेदन हुआ। धनबाद पुलिस ने अपनी कार्रवाई की, लेकिन इसके बाद सीबीआइ, प्रर्वतन निदेशालय और राजस्व खुफिया निदेशालय सक्रिय हो गया।

बंगाल के अलावा धनबाद में भी छापा : केंद्र सरकार की तीनों एजेंसियों ने अपने तरीके से जांच शुरू की। जांच के क्रम में पश्चिम बंगाल के कोलकाता, पुरूलिया, आसनसोल, बराकार समेत झारखंड के धनबाद जिला के निरसा स्थित ठीकानों पर छापामारी हुई। इन छापामारियों में जाली कागजात, टोकन समेत अन्य दस्तावेज बरामद हुए। यहा तक की स्थानीय बंगाल पुलिस की भी संलिप्तता सामने आयी।

कुआलालंपुर से दुबई तक छिप रहे लाला और मंडल : पुलिस इन दोनों को गिरफ्तार करने के लिए वर्ष 2006 से प्रयास कर रही थीं। अब जब जांच एजेंसियों ने इन्हें खोजना शुरू किया तो पता चला कि ये दोनों गिरफ्तारी से बचने के लिए कुआलालंपुर, सिंगापुर, बर्लिन, म्यूनिख, जिनेवा, लंदन और दुबई में छिपते रहे हैं।


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