वेतन पर्ची में गड़बड़ी के खिलाफ मजदूरों ने किया प्रदर्शन
आन्दोलन का नेतृत्व कर रहे मोर्चा के भगवान दास पासवान ने कहा कि सरकार और कोल इंडिया प्रबंधन साजिश के तहत ऐसा कर रहा है। कोयला उद्योग को निजीकरण की ओर ले जा रहा है। इसके कई उदाहरण देखने को मिल रहे हैं।
जासं, झरिया- तिसरा : कोल नेट की जगह सेफ नेट से मजदूरों का वेतन पर्ची भेजने और इसमें गड़बड़ी के खिलाफ संयुक्त मोर्चा ने बुधवार को नार्थ तिसरा छह नंबर के पास प्रदर्शन कर विरोध जताया। प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी की। प्रबंधन को चेतावनी देते हुए कहा कि वेतन पर्ची की त्रूटि में जल्द सुधार नहीं किया गया तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।
आन्दोलन का नेतृत्व कर रहे मोर्चा के भगवान दास पासवान ने कहा कि सरकार और कोल इंडिया प्रबंधन साजिश के तहत ऐसा कर रहा है। कोयला उद्योग को निजीकरण की ओर ले जा रहा है। इसके कई उदाहरण देखने को मिल रहे हैं। कहा कि पहले मजदूरों का जो वेतन पर्ची कोल नेट के तहत आता था।
इसे समाप्त कर सेफ नेट से भेजा जा रहा है। सेफ नेट की वेतन पर्ची में काफी गड़बड़ी है। संडे, होलीडे को छोड़ दिया जा रहा है। कई मजदूरों के नाम सूची में अंकित नहीं हैं। नाम में भी गड़बड़ी है। काम करने के बाद मजदूर की कुल तनख्वाह महीने में कितनी है। यह भी दर्शाया नहीं जा रहा है।
प्रबंधन की साजिश के खिलाफ आंदोलन को बाध्य हुए। जरूरत हुई तो पूरे लोदना क्षेत्र में चक्का जाम होगा। श्रम कानून में संशोधन व निजीकरण के खिलाफ 23 और 24 फरवरी को पूरे कोल इंडिया में हड़ताल की जाएगी। लोदना क्षेत्र के मजदूर भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लेकर हड़ताल को सफल बनाएंगे। मौके पर फागु नापित, सिदाम चन्द्र महतो, बंटी सिंह, अनिल सिंह, दिनेश प्रसाद, मनोज पासवान, संतोष मिश्रा, कन्हाई सिंह आदि थे।