जानें-ओमिक्रोन के पांच प्रमुख लक्षण, अगर आपमें दिख रहे तो करा लें कोरोना जांच
Omicron Symptoms देश-दुनिया में इस समय कोरोना की तीसरी लहर का शोर है। चिकित्सकों के अनुसार इसके पांच प्रमुख लक्षण हैं-बहती नाक सिरदर्द थकान छींक आना और गले में खराश। ये लक्षण होने पर हो सकता है कि ओमिक्रोन न हो लेकिन टेस्ट करा लेना चाहिए।
जागरण संवाददाता, धनबाद। किसी को उम्मीद नहीं थी कि भारत में कोरोना की तीसरी लहर इतनी जल्दी आ जाएगी। दक्षिण अफ्रीका में कोरोना के नए वैरिएंट मिलने के बाद यह भारत पहुंचा तो लोगों में डर घर करने लगा। वजह यह बहुत तेजी से फैलता है। विशेषज्ञों ने कहना शुरू किया कि फरवरी के मध्य तक कोरोना की तीसरी लहर आएगी। लेकिन जिस तेजी से नए साल के पहले दिन से कोरोना संक्रमितों की संख्या में वृद्धि हो रही है उसे तीसरी लहर बताई जाने लगी है। ऊपर से खतरनाक ओमिक्रोन का खौफ मर्ज को और बढ़ा रहा है।
इस माैसम में सर्दी-जुकाम आम बात
कोरोना की पहली और दूसरी लहर के समय जैसी दिक्कत हुई, अब ओमिक्रोन के समय में भी देखने को मिल रही है। जब कोरोना की शुरुआत हुई तो सामान्य सर्दी जुकाम और कोविड-19 के बीच अंतर कर पाना संभव नहीं हो रहा था। लेकिन जब इसके केस बढ़ने लगे और आफ्टर इफेक्ट्स सामने आने लगे तो हल्का सर्दी-जुकाम भी लोगों को पैनिक करने लगा। सर्दियों का माैसम है। ऐसे माैसम में सर्दी-जुकाम और बुखार आम बात है। जिनमें भी ये लक्षण मिल रहे हैं वह कोरोना से खौफजदा है। लेकिन घबराने और पैनिक होने की जरूरत नहीं है। हम यहां आपके वो अंतर बता रहे हैं, जिन्हें जानने के बाद आप आसानी से पता कर पाएंगे कि क्या आप ओमिक्रोन से संक्रमित हैं या फिर ठंड की चपेट में आ गए हैं।
नए वैरिएंट ओमिक्रोन के लक्षण
ओमिक्रोन के जो भी केस अभी तक सामने आए हैं, उनकी स्टडी के आधार पर हेल्थ एक्पर्ट्स का कहना है कि ओमिक्रोन पॉजिटिव होने पर आपको अपने शरीर में निम्न पांच लक्षण देखने को मिल सकते हैं-
- बहती नाक
- सिरदर्द
- थकान (हल्की या बहुत ज़्यादा)
- छींक आना
- गले में खराश
कोरोना और ओमिक्रोन में अंतर
लक्षणों को जानने पर आपके मन में सवाल आ रहा होगा कि ये सब तो कोविड-19 के लक्षण भी हैं। ऐसे में ओमिक्रोन, इससे कैसे अलग है ? इस सवाल का जवाब निम्न है-
- ओमिक्रोन का वायरस गले में पनपता है। जबकि कोविड-19 का वायरस गले या नाक से होकर सीधे फेफड़ों पर अटैक करता है।
- ओमिक्रोन के वायरस से फेफड़े बचे रहते हैं और सांस लेने में भी समस्या नहीं होती है। कोविड-19 फेफड़ों को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर देता था और सांस लेने में बहुत कठिनाई होने लगती थी।
- ओमिक्रोन होने पर ऑक्सीजन का स्तर नहीं घटता है। कोविड-19 में ऑक्सीजन का स्तर गिर जाता है।
इस माैसम में सामान्य सर्दी-जुकाम के लक्षण
- सामान्य सर्दी जुकाम में सिर में दर्द रहता है और नाक बहती रहती है.
- छींके आती हैं और सिर में भारीपन बना रहता है
- गर्म चीजें पीने के बाद राहत मिलती और दर्द सिर के अलावा शरीर के अन्य अंगों को प्रभावित नहीं करता है.
- सामान्य कोल्ड में गले में खराश नहीं महसूस होती बल्कि नाक के अंदर सूखापन या चिरचिराहट महसूस होती है।
- सामान्य कोल्ड में आपको थकान नहीं लगती बल्कि इरिटेशन महसूस होती है।
कोरोना वायरस वाली खांसी के लक्षण
कोरोना वायरस वाली खांसी का मतलब है एक घंटे से ज़्यादा वक़्त तक लगातार खांसी होना, या २4 घंटे में तीन या उससे ज़्यादा बार खांसी के दौरे पड़ना। अगर आपको सीओपीडी जैसी लंबे समय से चली आ रही मेडिकल कंडीशन की वजह से आम तौर पर खांसी होती है, तो कोरोना होने पर ये उससे भी ख़राब हो सकती है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों को चेताया
कोरोना वायरस के लक्ष्ण में लगातार बदलाव हो रहे हैं। संक्रमण की दूसरी लहर में तेज बुखार और बदन दर्द हो रहा था, वहीं तीसरी लहर गले में खराश सबसे प्रमुख हो गया है। गले में खराश के साथ सिर दर्द इसके लक्षण है। ऐसे में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों को इसे लेकर चेताया है। साथ ही राज्यों को निर्देश दिया है जिस व्यक्ति के गले में खराश है, सिर दर्द है, उन्हें भी कोरोना वायरस की जांच जरूर करानी चाहिए। इस बार बिना बुखार के भी लोगों के गले में कई दिनों तक खराब और सिरदर्द बन रहा है। इसके साथ ही लूज मोशन पेट में दर्द सहित अन्य लक्षण दिख रहे हैं। केंद्र के निर्देश के बाद जिले में जांच अभियान तेज कर दिया गया है।
अधिक से अधिक आरटी पीसीआर जांच करने का निर्देश
ऐसे लक्षण वाले व्यक्तियों की अधिक से अधिक आरटी पीसीआर जांच कराने को कहा गया है। मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी विभाग हर दिन 3000 से ज्यादा सैंपल की जांच हो रही है। विभागाध्यक्ष डॉ सुजीत कुमार तिवारी ने बताया कि धनबाद के अलावा संताल परगना जिले के भी सैंपल धनबाद आ रहे हैं। इस वजह से सैंपल रिपोर्ट देने में कम से कम 2 दिन लग रहे हैं। इसके अलावा ट्रूनेट और एंटीजन रैपिड किट से भी जिले में जांच हो रही है। डॉक्टर तिवारी ने बताया कि संक्रमण की रफ्तार काफी तेज है। ऐसे में और डॉक्टर और कर्मचारियों की टीम लगाई जा रही है।
मामूली लक्षण वाले जल्द हो जा रहे हैं ठीक
इधर जिला महामारी रोग नियंत्रण विभाग के पदाधिकारी डॉक्टर राजकुमार सिंह ने बताया कि कोरोनावायरस से ग्रसित वैसे लोग जो ए सिंप्टोमेटिक ( कम लक्षण वाले) है, वह जल्दी ठीक हो जा रहे हैं। ऐसे मरीज 5 से 10 दिनों के अंदर ठीक हो रहे हैं। लकी जिन मरीजों में दूसरी अन्य बीमारियां हैं अथवा शारीरिक प्रतिरोधक क्षमता कम है। जिन्होंने अभी तक टीकाकरण नहीं करवाया है, वैसे मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। विभाग की ओर से एक और टीकाकरण तेज कराया जा रहा है, तो दूसरी ओर विभिन्न सार्वजनिक स्थलों पर जांच अभियान चलाया जा रहा है। पिछले दो दिन में ही 252 लोग ठीक होकर अपने घर लौटे हैं।