Jharkhand: 20 घंटे बाद मुक्त हुई पथरा गांव की किशोरी, माल व नकदी के साथ उठा ले गए थे डकैत
डकैतों ने टीवी चांदी की हसुली व मोबाइल ले लिया। फिर राजेंद्र की दोनों बेटियों को जबरन ले जाने लगे। हालांकि छह वर्षीय बेटी को छोड़ दिया और बड़ी बेटी को ले गए। विरोध करने पर कनपट्टी में पिस्टल सटाकर जान मारने की धमकी दी।
मधुपुर, जेएनएन। देवघर जिले के पथरौल थाना क्षेत्र के पथरा गांव में गुरुवार की रात पुलिस वर्दी में आए अपराधियों ने राजेंद्र दास के घर में लूटपाट की और उनकी 14 वर्षीय नाबालिग बेटी को अगवा कर लिया। विरोध करने पर बदमाशों ने राजेंद्र की जमकर पिटाई की। रात में ही लूटे गए मोबाइल से राजेंद्र के रिश्तेदार को फोन कर 20 लाख की फिरौती मांगी। अपराधी सफेद रंग की चार पहिया गाड़ी से आए थे। पुलिस दबिश के कारण शुक्रवार देर शाम करीब 20 घंटे बाद अपहर्ता किशोरी को मार्गो मुंडा थाना क्षेत्र में छोड़कर भाग गए। पुलिस टीम ने उसे सकुशल बरामद कर लिया। घरवालों ने राहत की सांस ली है।
गृहस्वामी ने बताया कि रात करीब 12 बजे हथियारों से लैस आधा दर्जन से अधिक अपराधी घर में घुसे। इनमें दो खाकी वर्दी में थे। हाथ में पिस्टल थी। हालांकि इनके बदन पर पुलिस की पूरी ड्रेस नहीं थी। शेष सामान्य कपड़े में थे। घर मेें घुसते ही उनके बेटे सावन कुमार को खोजने लगे। वह नहीं मिला तो राजेंद्र को पीटने लगे। कहा कि साइबर अपराध में जितने पैसे कमाए हो, जल्द निकालो। इसके बाद टीवी, चांदी की हसुली व मोबाइल ले लिया। फिर उनकी दोनों बेटियों को जबरन ले जाने लगे। हालांकि छह वर्षीय बेटी को छोड़ दिया और बड़ी बेटी को ले गए। विरोध करने पर कनपट्टी में पिस्टल भी सटाई। उनके जाने के बाद घरवालों ने शोर किया तो ग्रामीण जुटे और जानकारी पुलिस को दी। अपराधियों ने उनके रिश्तेदार को फोन कर 20 लाख की फिरौती मांगी। दूसरे दिन सुबह उसी मोबाइल से पांच लाख रुपये मांगे। घटना के दौरान किशोरी का भाई सावन दास घर में नहीं था। वह अपने मामा के घर मधुपुर भेड़वा मोहल्ला गया हुआ था। राजेंद्र का कहना था कि वह बीड़ी बनाकर परिवार का भरण-पोषण करते हैं। इतनी बड़ी राशि कहां से देंगे।
सुबह एसडीपीओ वशिष्ठ नारायण सिंह अंचल पुलिस निरीक्षक सुनील टोपनो, पथरौल थाना प्रभारी असीम कमल टोपनो गांव पहुंचे। मोबाइल लोकेशन के आधार पर छापेमारी शुरू की गई। ग्रामीणों का कहना था कि पथरौल थाना से पथरा गांव करीब तीन किलोमीटर दूर है। रात दो बजे उनके घर पहुंची। अगर पुलिस तुरंत आती तो अपराधियों को पकड़ा जा सकता था।
लगातार छापेमारी की जा रही थी। पुलिस दबिश के कारण बदमाश बच्ची को मार्गोमुंडा थाना क्षेत्र में छोड़कर भाग गए। उसे देर शाम सकुशल बरामद कर लिया गया।
-अश्विनी कुमार सिन्हा, एसपी, देवघर