नेताओं को बालीवुड की बालाओं के गाल ही क्यों पसंद ? कंगना रनोट से पहले किन-किन की सड़कों से हो चुकी तुलना ?
Kangana Ranaut Cheek Dispute झारखंड कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी ने अपने विधानसभा क्षेत्र-जामताड़ा में सड़कें अदाकारा कंगना रनोट के गाल जैसे बनाने की बात कही है। इरफान पहले नेता नहीं हैं जिन्होंने हीरोइनों के गाल से सड़कों की तुलना की है। ऐसे बयान देने वाले नेताओं की लंबी फेहरिश्त है।
जागरण संवाददाता, धनबाद। Kangana Ranaut Cheek Dispute झारखंड कांग्रेस के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष और जामताड़ा (Jamtara) के विधायक डा. इरफान अंसारी ( MLA Irfan Ansari) अपने विवादस्पद बयानों को लेकर हर रोज चर्चा में रहते हैं। बयान भी ऐसे-ऐसे देते हैं कि कई बार सफाई देनी पड़ती है और माफी भी मांगते हैं। एक बार फिर अपने बयान को लेकर चर्चा में हैं। उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र-जामताड़ा की सड़कें फिल्म अदाकारा कंगना रनोट के गालों की तरह चिकनी बनाने का दावा किया है। कहा है-जामताड़ा में ऐसी सड़के बनेंगी, जिसमें लोगों को ना धूल फांकनी पड़ेगी और ना ही गड्ढे का सामना करना पड़ेगा। अंसारी ने यह बयान झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा जामताड़ा की 15 सड़कों की स्वीकृति के बाद दिया है। इरफान कोई पहले नेता नहीं हैं, जिन्होंने बालीवुड की बालाओं के गाल से सड़कों की तुलना की है। इनसे पहले भी नेताओं के बोल बिगड़ते रहे हैं। हेमा मालिनी से लेकर कैटरीना कैफ के गालों पर नेता फिदा होते रहे हैं। इन अदाकारों के गालों जैसा सड़क अपने-अपने इलाके में बनवाने की बात करते रहे हैं। आइए, जानते हैं कि किन-किन नेताओं को किन-किन अदाकारों के गाल जैसे सड़क पसंद हैं।
लालू ने सबसे पहले की थी हेमा मालिनी के गाल जैसी सड़क बनाने की बात
राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ( Lalu Prasad Yadav) अपने देशज अंदाज के लिए जाने जाते हैं। उनके भाषणों में मसखरापन खूब होता है। बात 1990 के बाद की है। यादव अविभाजित बिहार ( बिहार-झारखंड) के मुख्यमंत्री थे। उन्होंने बिहार की सड़कों की तुलना हेमा मालिनी ( Hema Malini) के गाल से की थी। लालू ने कहा था, हम बिहार की सड़कों को हेमा मालिनी के गालों जैसा चिकना बना देंगे। इस बयान के बाद विवाद भी हुआ था। विवाद के बाद लालू यादव ने कई मंचों से हेमा मालिनी की तारीफ भी की।
राजस्थान के मंत्री को भाया कैटरीना कैफ का गाल
राजस्थान में अशोक गहलोत की सरकार चल रही है। उनके मंत्रिमंडल में ग्रामीण विकास मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने मंच से अपने इलाकों की सड़कें कैटरीना कैफ के गाल जैसे बनाने के निर्देश अधिकारियों को दिए थे। उन्होंने कहा था कि मेरे इलाके की सड़कें कैटरीना के गाल जैसे होने चाहिए। यह बयान तब आया था, जब कैटरीना शादी के लिए जोधपुर में माैजूद थी। जब उनकी आलोचना हुई तो उन्होंने माफी मांग ली।
मध्यप्रदेश के मंत्री पीसी शर्मा को पसंद आया हेमा का गाल
मध्य प्रदेश की तत्कालीन कमलनाथ सरकार में शामिल जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने भी विवादित बयान दिया था। सड़कों का निरीक्षण करने के दाैरान उन्होंने पूर्व की शिवराज सिंह चौहान सरकार पर हमला बोलते हुए विवादित बयान दिया था। पीसी शर्मा ने कहा था- मध्यप्रदेश की सड़कें कैलाश विजयवर्गीय ( भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री) के गाल जैसी हो गई हैं। हम 15 दिनों में उन्हें हेमा मालिनी के गाल की तरह बनाएंगे।
महाराष्ट्र के मंत्री ने भी ड्रीम गर्ग के गाल से की सड़कों की तुलना
महाराष्ट्र के मंत्री और शिवसेना नेता गुलाबराव पाटिल ने विवादस्पद बयान दिया था। उन्होंने कहा था- जो 30 सालों तक विधायक रहे, उन्हें मेरे विधानसभा क्षेत्र में आकर सड़कों को देखना चाहिए। अगर ये हेमा मालिनी के गाल जैसी नहीं हैं तो मैं इस्तीफा दे दूंगा। इस मामले में महिला आयोग ने कड़ा रुख अपनाया तो मंत्री ने माफी मांग ली।
... और वाजपेयी ने की ओमपुरी के गाल से तुलना
बिहार के तत्कालीन मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने जब सड़कों की तुलना हेमा मालिनी के गाल से की थी तो यह राजनीति में चर्चा का विषय बन गया था। 1995 में बिहार विधानसभा चुनाव प्रचार के दारैान खराब सड़कों को लेकर विपक्ष लालू पर खूब हमला बोलता था। पूछा जाता था-कहां हैं हैमा मालिनी के गाल जैसी सड़क। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने धनबाद की एक सभा में लालू यादव के बयान पर तंज कसते हुए कहा था-मुझे तो बिहार की सड़कें ओमपुरी के गाल जैसी दिख रही हैं।