IIT ISM के सीनियर्स को ऑनलाइन विदाई दे रहे जूनियर्स, 'कैंपस का आनंद उठाने व अपना स्थान बनाने' की मिली सीख Dhanbad News
IIT ISM के इतिहास में यह पहला मौका है जब जूनियर अपने सीनियर को बिना धूम-धड़ाके के विदाई दे रहे हैं। कोरोना काल में जूनियर की विदाई को सीनियर भी अपने अंदाज में कबूल रहे हैं।
धनबाद, जेएनएन। IIT ISM Dhanbad आइआइटी आइएसएम के जूनियर अपने सीनियर को अब ऑनलाइन विदाई दे रहे हैं। 2016-2020 बैच के छात्र पासआउट हो गए हैं। आइएसएम के इतिहास में यह पहला मौका है जब जूनियर अपने सीनियर को बिना धूम-धड़ाके के विदाई दे रहे हैं। कोरोना काल में जूनियर की विदाई को सीनियर भी अपने अंदाज में कबूल रहे हैं। साथ ही सोशल साइट फेसबुक, ट्वीटर समेत अन्य माध्यमों से जुड़े रहने का वादा भी कर रहे हैं।
ऑनलाइन विदाई समारोह ने आइएसएम के सीनियर छात्र अपने जूनियर को टिप्स भी दे रहे हैं। जुलाई 2016 से 2020 मार्च तक कैंपस में बिताए पलों व अनुभवों को साझा करते हुए बता रहे हैं कि हर कोई अच्छी नौकरी व अच्छे दोस्त पाने के उद्देश्य से कॉलेज आता है। कैंपस लाइफ में अपनी रूचि वाले क्षेत्रों में रिसर्च पर भी फोकस करें। चार साल पढ़ाई के साथ क्लब गतिविधियों व एक्सट्रा करिकुलर एक्टिविटी में भी हिस्सा लें। सीनियर छात्रों ने कहा कि कैंपस प्लेसमेंट को लेकर तनाव में नहीं रहे। समय समय पर अपने सीनियर और शिक्षकों से बात करते रहे, इससे तनाव भी कम होगा।
सीनियर्स के टिप्स :
- मैथ एंड कंप्यूटिंग इंजीनियरिंग के निखिलेश ने कहा कि संस्थान में मुझे बहुत कुछ दिया है। अपने जूनियर से यही कहना है कि प्रत्येक छात्र कॉलेज के किसी न किसी एक क्लब का हिस्स जरूर बने। वहां बहुत कुछ जानने का अवसर मिलता है। आपके एक टीम के साथ काम करने और बहुत कुछ सीखने का मौका मिलता है। अपने आपको बेहतर करने के लिए इसका हिस्सा बनना बहुत जरूरी है।
- बीटेक इलेक्ट्रानिक्स की छात्रा मृणालिनी कहती है कि जिज्ञासु होने और मदद मांगने से डरे नहीं और अपने दोस्तो को भी प्रोत्साहित करें। संस्थान में तकनीकि के साथ गैर तकनीकि क्षेत्रों में अपने हितों को ढूंढे। उसके बाद आपको कुछ भी बताने की आवश्यकता नहीं है। कैंपस का खूब आनंद उठाएं और अपना स्थान बनाए।