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Oxygen Crisis में प्रशासन ने मांगी मदद, जीटा ने 65 ऑक्सीजन सिलेंडर देकर बढ़ाए हाथ

धनबाद में ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए जिला प्रशासन की ओर से औद्योगिक इकाइयों से ऑक्सीजन सिलेंडर की मांग की गई थी। इसी को देखते हुए जीटा ने पहल की है। अभी तक 65 सिलेंडर जमा हो चुके हैं।

By MritunjayEdited By: Published: Sun, 25 Apr 2021 05:57 PM (IST)Updated: Sun, 25 Apr 2021 06:19 PM (IST)
Oxygen Crisis में प्रशासन ने मांगी मदद, जीटा ने 65 ऑक्सीजन सिलेंडर देकर बढ़ाए हाथ
कोरोना की दूसरी लहर में ऑक्सीजन की मांग बढ़ी ( फाइल फोटो)।

धनबाद, जेएनएन। झारखंड इंडस्ट्रीज एंड ट्रेड एसोसिएशन यानी जीटा ने ऑक्सीजन बैंक बनाया है। जीटा के इस ऑक्सीजन बैंक में फिलहाल 65 सिलेंडर ऑक्सीजन है। अपने इस ऑक्सीजन बैंक के बावत जीटा ने उपायुक्त एवं उद्योग विभाग को भी सूचित किया है। साथ ही जिला प्रशाासन ने जिला स्तर पर ऑक्सीजन बैंक की स्थापना करने की मांग करते हुए संस्था की ओर से हर संभव सहयोग देने का भरोसा भी दिलाया है।

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जीटा अध्यक्ष अमितेश सहाय ने बताया कि जिले में ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए प्रशासन की ओर से औद्योगिक इकाइयों से ऑक्सीजन सिलेंडर की मांग की गई थी। इसी को देखते हुए यह व्यवस्था की गई है। अभी तक 65 सिलेंडर जमा हो चुके हैं। इनमें से जय प्रभूजी इंडस्ट्रीज ने 20, जय टीएमटी 10, रिद्धी सिद्धी इंडस्ट्रीज 10, मैथन सिरामिक पाच, शिव शंभू कॉमर्शियल 10, अनिल ट्रेडर्स ने पांच और ऑरनेट इस्पात ने पांच सिलेंडर दिए हैं।

8.70 लाख इनकी कीमत : जीटा ने बताया है कि उपरोकत सिलेंडर जिला प्रशासन को सौंपा जा रहा है। सिलेंडर खाली होने पर उन्हें वापस जरुर किया जाए। जीटा ने यह भी कहा है कि मानवता के नाते औद्योगिक इकाइयां अपने काम प्रभावित कर सिलेंडर दे रही हैं। सिलेंडर वापस नहीं होने पर प्रति सिलेंडर 12000 रुपये की दर से भुगतान कराना सुनिश्चित करेंगे। जीटा ने कहा कि यदि जिला प्रशासन ऑक्सीजन बैंक की स्थापना करती है तो एसोसिएशन हर तरीके से मदद करने को तैयार है। इसके अलावा जीटा ने प्रशासन को 100 पीपीई किट भी देने को तैयार है। जीटा महासचिव राजीव शर्मा ने बताया कि पिछले लॉक डाउन के दौरान भी जीटा ने धनबाद और बोकारो जिला में प्रशासन को हर तरीके से मदद करने का काम किया था। साथ ही राज्य सरकार को 25 लाख रुपये भी सहयोग स्वरूप दिए थे।


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