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ठगा महसूस कर रहे झारखंड के पारा टीचर, Bihar Model लागू करने के लिए हेमंत सरकार को अल्टीमेटम

झारखंड के पारा टीचर हेमंत सरकार से ठगा महसूस कर रहे हैं। रघुवर दास मुख्यमंत्री थे तो खूब विरोध किया था। शिक्षकों को लग रहा था कि राज्य में हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री बनेंगे तो उन्हें स्थायी कर दिया जाएगा। लेकिन हेमंत सरकार बनने के बाद ऐसा नहीं हुआ।

By MritunjayEdited By: Published: Mon, 01 Nov 2021 07:49 AM (IST)Updated: Mon, 01 Nov 2021 08:00 AM (IST)
ठगा महसूस कर रहे झारखंड के पारा टीचर, Bihar Model लागू करने के लिए हेमंत सरकार को अल्टीमेटम
धनबाद के रणधीर वर्मा चाैक पर विरोध प्रदर्शन करते पारा शिक्षक ( फाइल फोटो)।

संस, बलियापुर। झारखंड राज्य प्रशिक्षित पारा शिक्षक संघ की बैठक धनबाद के बलियापुर में हुई। संघ के प्रदेश अध्यक्ष सिद्दीकी शेख भी मौजूद थे। बैठक में राज्य के शिक्षा मंत्री की ओर से तीन बार दक्षता परीक्षा में असफल पारा शिक्षकों को हटाने संबंधी दिए गए बयान की तीव्र निंदा की गई। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि वार्ता के दौरान बिहार की तर्ज पर झारखंड में भी पारा शिक्षक सेवा शर्त नियमावली बनाने का आश्वासन दिया गया था। संगठन के सुझाव व आपत्ति के निराकरण के बाद ही कैबिनेट में प्रस्ताव भेजने की बात हुई थी। तीन बार दक्षता परीक्षा में असफल पारा शिक्षकों को नहीं हटाने बल्कि मानदेय पर 60 साल तक की सेवा लेने का आश्वासन दिया गया था। अब पारा शिक्षकों के साथ धोखा किया जा रहा है।

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8 नवंबर के बाद आंदोलन की घोषणा

कहा कि आठ नवंबर को शिक्षा मंत्री के साथ बैठक के बाद इस मुद्दे पर अगले आंदोलन की घोषणा की जाएगी। बैठक में उत्पल चौबे, अशोक चक्रवर्ती, रविंद्र महतो, मुकेश कुमार सिंह, अभिजीत सरकार, रमेश रजक, बदरुद्दीन अंसारी, अनादि दास, बुधन मुर्मू, रमेश बास्की, सुबल महतो आदि थे।

18 अगस्त को शिक्षा मंत्री ने दिया था आश्वासन

विभिन्न मांग को लेकर रविवार को दुमका के सरैयाहाट में एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा के सदस्यों ने आदर्श मध्य विद्यालय परिसर में प्रखंड महासचिव धनंजय यादव की अध्यक्षता में बैठक की। इसमें पारा शिक्षकों के स्थायीकरण व बिहार नियमावली को हूबहू झारखंड में लागू करने की मांग की गई। कहा कि सात और 18 अगस्त को शिक्षा मंत्री की अध्यक्षता में उच्चस्तरीय बैठक में बिहार मॉडल पर लिखित समझौता हुआ था, लेकिन सरकार द्वारा कोई सकारात्मक पहल नहीं की गई।

14 नवंबर तक दिया गया है समय

निर्णय लिया गया कि सरकार यदि 14 नवंबर तक कैबिनेट में बिहार मॉडल को पारित नहीं करती है तो पारा शिक्षक कमेटी के निर्देश पर आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। आंदोलन करो या मरो के तर्ज पर होगा और इसकी जवाबदेही हेमंत सरकार की होगी। बैठक में सरैयाहाट के पारा शिक्षक श्रीकांत मंडल व अनीता सिन्हा के असामयिक निधन पर शोक व्यक्त कर श्रद्धांजलि दी गई। मौके पर राजेंद्र मांझी, जितेंद्र ठाकुर,नकुल मंडल, अंजनी कुमार घोष, रामलाल धोर, खुर्शीद आलम, सुरेश मिर्धा, उस्तार अहमद, मनोज कुमार पोद्दार, कैलाश प्रसाद महतो, मनोज कुमार गुप्ता, शशिकांत गुप्ता, शंकर प्रसाद गुप्ता एवं अन्य पारा शिक्षक उपस्थित थे।


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