पेट्रोल सब्सिडी योजना से साहिबगंज की जनता को लग रहा डर, डीसी बोले-अफवाह पर न दें ध्यान
Jharkhand PETROL subsidy scheme झारखंड सरकार 26 जनवरी से पेट्रोल पर सब्सिडी देने जा रही है। यह योजना गरीब बाइक धारकों के लिए है। साहिबगंज के लोग योजना का लाभ लेने के लिए जोश के साथ सामने नहीं आ रहे हैं। उनके मन में एक डर घर कर गया है।
डा प्रणेश, साहिबगंज। बोरियो के रामू मुर्मू के पास गुलाबी राशन कार्ड है। इसमें उसके परिवार के पांच लोगों का नाम दर्ज है। राशन दुकान से उसे प्रतिमाह 25 किलो अनाज मिलता है। इसके लिए से 25 रुपये चुकाने पड़ते हैं। रामू बाइक से घुम-घूम कर प्लास्टिक का सामान बेचता है। दिनभर में दो से तीन सौ रुपये कमा लेता है। इससे उसका परिवार चलता है। अपने कारोबार के लिए उसने नई बाइक खरीदी थी, जो उसके नाम से है, लेकिन वह इस भय से पेट्रोल सब्सिडी के लिए आवेदन नहीं कर रहा है कि माह में 250 रुपये लेने के चक्कर में भविष्य में उसे 25 किलो अनाज से हाथ धोना पड़ सकता है। हालांकि, बुधवार को उपायुक्त रामनिवास यादव ने यह स्पष्ट कर दिया कि पेट्रोल सब्सिडी का लाभ लेने की वजह से भविष्य में लोगों को राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा संबंधी योजनाओं से वंचित नहीं किया जा सकता है। लोगों को अफवाह पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है। इसके बाद भी जिले के लोग पेट्रोल सब्सिडी का लाभ लेने के लिए आगे नहीं आ रहे हैं।
मुख्यमंत्री के क्षेत्र से मात्र 3 आवेदन
पेट्रोल सब्सिडी योजना से ज्यादा से ज्यादा लाभुकों को जोड़ने के लिए साहिबगंज जिला प्रशासन सक्रिय है। साहिबगंज जिले के बरहेट विधानसभा क्षेत्र से झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन विधायक हैं। इसलिए भी प्रशासन कुछ ज्यादा सक्रिय है। काफी मशक्कत के बाद गुरुवार की शाम तक मात्र 213 लोगों ने आवेदन दिया था। इनमें से 117 लोगों का आवेदन स्वीकृत हो चुका था। आठ को रिजेक्ट कर दिया था। शेष की पड़ताल की जा रही थी। वैसे जिले में 84179 बाइक निबंधित हैं। अनुमान के मुताबिक इनमें 20 फीसद लोग किसी न किसी प्रकार के कार्डधारी हैं। यानी उम्मीद थी कि 16000 से अधिक लोग इसके लिए आवेदन करेंगे। अब प्रशासन की कोशिश 26 जनवरी तक कम से कम एक हजार लोगों का इस योजना के लिए निबंधन करने का है। वैसे वर्तमान स्थिति में वह भी लक्ष्य बड़ा लग रहा है। मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र के तहत बरहेट प्रखंड से योजना का लाभ लेने के लिए मात्र 3 लोगों ने आवेदन दिया है।
तीन प्रकार के राशन कार्ड
वर्तमान में तीन प्रकार के राशन कार्ड हैं। पीला राशन कार्ड वाले लाभुक को प्रति कार्ड 35 किलो अनाज मात्र एक रुपये की दर से दिया जाता है। गुलाबी राशन कार्ड वालों को प्रति यूनिट पांच किलो अनाज प्रतिमाह एक रुपये की दर से दिया जाता है। इन दोनों कार्डधारियों के लिए केंद्र सरकार अनाज उपलब्ध कराती है। पिछले साल राज्य सरकार ने इन दोनों योजना से वंचित गरीबों के लिए ग्रीन कार्ड योजना लागू की। इसके तहत भी प्रति यूनिट पांच किलो चावल प्रतिमाह दिया जाता है। तीनों ही प्रकार के कार्डधारी पेट्रोल सब्सिडी योजना के योग्य हैं।
किसी ने यह अफवाह उड़ा दी है कि पेट्रोल सब्सिडी का लाभ लेने से भविष्य में उन्हें खाद्य सुरक्षा योजना से वंचित कर दिया जाएगा, लेकिन ऐसी कोई बात नहीं है। दोपहिया बाइक होने की वजह से किसी को राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना से वंचित नहीं किया जा सकता। इसलिए लोग बिना किसी डर-भय के पेट्रोल सब्सिडी के लिए आवेदन करें। इससे किसी प्रकार का नुकसान नहीं होगा।
-जयदीप तिग्गा, जिला आपूर्ति पदाधिकारी, साहिबगंज
किस प्रखंड में कितने आवेदन
प्रखंड कुल आवेदन स्वीकृत अस्वीकृत पेंडिंग
बरहेट 03 02 00 01
बरहड़वा 33 19 01 13
बोरियो 42 13 02 27
मंडरो 16 07 02 07
पतना 11 08 00 03
राजमहल 09 06 00 03
राजमहल नपं 04 04 00 00
साहिबगंज 17 13 00 04
साहिबगंज नपं 11 07 00 04
तालझारी 06 05 00 01
उधवा 61 33 03 25